बैंकिंग रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो दरों में कटौती करने के बाद देश के सरकारी बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कटौती करनी शुरू कर दी है. अब जो खबर आई है, वो बैंक ऑफ महाराष्ट्र है. जिसने अपनी लोन के ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला लिया है. इस कटौती के बाद बैंक के कस्टमर्स को काफी राहत मिलेगी. आरबीआई ने करीब 5 साल के बाद रेपो दरों में कटौती की थी. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में आरबीआई रेपो रेट में कटौती कर सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बैंक ऑफ महाराष्ट्र ब्याज दरों में कितनी कटौती की है.
होम लोन किया सस्ता
सरकारी लेंडर बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने अपने होम और कार लोन समेत अपने खुदरा कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो दर में कटौती के बाद बीओएम ने यह कदम उठाया है. आरबीआई ने पांच साल के अंतराल के बाद गत सात फरवरी को रेपो दर को 0.25 फीसदी घटाकर 6.25 फीसदी किया था. इस दर पर बैंक, केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं. बीओएम ने रविवार को बयान में कहा कि इस कटौती के बाद होम लोन के लिए उसकी बेंचमार्क दर घटकर 8.10 फीसदी रह गई है, जो बैंकिंग उद्योग में सबसे कम दरों में से है.
प्रोसेसिंग फीस माफ
इसी के साथ कार लोन पर ब्याज दर घटकर 8.45 फीसदी पर आ गई है. इसी तरह, एजुकेशन लोन और रेपो से जुड़ी ऋण दर (आरएलएलआर) में चौथाई प्रतिशत की कमी आई है. बैंक ने पहले ही घर और कार लोन पर प्रोसेसिंग फीस माफ कर दिया है, इसमें कहा गया है. कम ब्याज दरों के साथ प्रोसेसिंग फीस की माफी कस्टमर्स को डबल प्रॉफिट दे रहा है. जानकारों की मानें तो जल्द ही आम लोगों को और भी फायदे मिलने वाले हैं.
इंटरनेशनल बैंकिंग की शुरुआत
इस बीच, पुणे स्थित ऋणदाता को GIFT सिटी में एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) बैंकिंग यूनिट स्थापित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी मिल गई है. यह शाखा भारत से ऑफशोर बैंकिंग ऑपरेशन करने वाली बीओएम की पहली इंटरनेशरनल ब्रांच के रूप में कार्य करेगी. इससे इंटरनेशनल बैंकिंग बिजनेस का विस्तार करने में मदद मिलेगी और बैंक अपने ग्राहकों को विशेष बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में भी सक्षम होगा.