फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को टेलीग्राम के CEO पावेल दुरोव (Pavel Durov) की गिरफ्तारी से जुड़ी अफवाहों को खारिज कर दिया, जो 24 अगस्त को पेरिस के बाहर एक एयरपोर्ट पर हुई थी. मैक्रों ने जोर देकर कहा कि गिरफ्तारी एक “न्यायिक जांच” का हिस्सा थी, न कि कोई “राजनीतिक फैसला.”
सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट में मैक्रों ने लिखा, ‘मैंने टेलीग्राम के सीईओ की गिरफ्तारी संबंधित कुछ फर्जी चीजें भी देखी हैं. फ्रांस अभिव्यक्ति की आजादी के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. फ्रांस अभिव्यक्ति और कम्युनिकेशन की स्वतंत्रता, नवाचार और इनोवेशन की भावना के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है, यह ऐसा ही रहेगा.’
राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि फ्रांस की न्यायपालिका की जड़ें बहुत गहरी हैं और कानून के शासन द्वारा राज्य में नागरिकों की सुरक्षा और उनके मौलिक अधिकारों का सम्मान करने के लिए कानूनी ढांचे के अंदर आजादी को बरकरार रखा जाता है.
I have seen false information regarding France following the arrest of Pavel Durov.
France is deeply committed to freedom of expression and communication, to innovation, and to the spirit of entrepreneurship. It will remain so.
In a state governed by the rule of law,…
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) August 26, 2024
यह मामला पूरी तरह से न्यायपालिका पर निर्भर है.
उन्होंने पोस्ट में आगे कहा, “यह मामला कानून को लागू करना पूरी आजादी के साथ न्यायपालिका पर निर्भर है. यह किसी भी तरह से राजनीतिक फैसला नही है. इस मामले पर फैसला देना जजों पर निर्भर है.”
हालांकि, शनिवार को डुरोव को हिरासत में लिया गया था, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. इससे उनकी हिरासत के पीछे की वजहों के बारे में अटकलें लगाई जाने लगीं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डुरोव पर नेशनल साइबर क्राइम और फ्रॉड कार्यालयों द्वारा टेलीग्राम पर साइबर और वित्तीय अपराधों में सहयोग न करने के लिए जांच की जा रही है, जो व्हाट्सएप जैसा एक लोकप्रिय मैसेजिंग और सोशल मीडिया ऐप है. प्रवक्ता ने कहा कि वह अभी भी हिरासत में है.
रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस और रूस के बीच तनाव कई महीनों से बढ़ रहा है. फ्रांसीसी अधिकारियों ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह यूक्रेन युद्ध पर अपने आक्रामक रुख की वजह से पेरिस ओलंपिक से पहले अपने देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, रूस इन दावों से इनकार करता है.
इस बीच, टेलीग्राम के CEO की गिरफ्तारी के बाद टेक वर्ल्ड और रूस में हलचल मच गई है क्योंकि कई बड़े चेहरों ने उनकी गिरफ्तारी को “अवैध” बताया है. टेलीग्राम पोस्ट में, फ्रांस को “उदार तानाशाही” कहते हुए, रूसी सीनेटर एलेक्सी पुशकोव ने कहा, ‘देश आजादी का दावा करने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं करता है.’