इजरायल ने हमास चीफ इस्माइल हानिया को ढेर कर दिया है. हानिया को मारने के लिए इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान को चुना और सुबह-सुबह ही हानिया को मार गिराया. एक दिन पहले ही हमास चीफ को ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में देखा गया था और अगले ही दिन सुबह-सुबह इजरायल ने हानिया को ढेर कर दिया.
हानिया के खात्मे को इजरायल की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, अब तक इजरायल ने खुलेतौर पर हमले को अंजाम देने की बात नहीं कबूली है, लेकिन इजरायल में हानिया की मौत के बाद आम लोगों के साथ-साथ मंत्रियों ने भी जश्न मनाना शुरू कर दिया है. इजरायल के धरोहर मंत्री अमीचाय एलियाहू वह पहले शख्स हैं, जिन्होंने आधिकारिक तौर पर हानिया की मौत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
नेतन्याहू ने नेताओं को दिया ये निर्देश
अमीचाय एलियाहू ने कहा,’दुनिया से इस गंदगी को साफ करने का सही तरीका है.’ एलियाहू का बयान ऐसे समय आया है, जब इजरायल की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हानिया की हत्या पर कुछ भी बोलने से मंत्रियों को मना किया है.
इजरायल ने घर को ही उड़ा दिया
बता दें कि हमास चीफ इस्माइल हानिया मंगलवार (30 जुलाई) को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ. इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी. इसके अगले ही दिन (बुधवार) यानी की आज सुबह-सुबह इजरायल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था. ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा है कि हमला तेहरान में हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया. इसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया.
कतर में रहता था इस्माइल हानिया
हमास का मुख्यालय गाजा पट्टी इलाके में है. अब तक हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में थी, जो इसका चेयरमैन था. उसने 2017 से खालिद मेशाल के उत्तराधिकारी के तौर पर ये काम संभाला था. वो कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का काम-काज देखता था. दरअसल, मिस्र ने उसके गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी.