ड्रमस्टिक के नाम से मशहूर सहजन/मोरिंगा अपने हेल्थ बेनिफिट्स के लिए जाना जाता है. ये आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है और न्यूट्रिशनिस्ट से लेकर डॉक्टर्स तक इसे डाइट में शामिल करने की सलाहदेते हैं. ये ना केवल हेल्थ एक्सपर्ट्स के पसंदीदा सुपरफूड्स में से एक है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खाने का भी एक अहम हिस्सा है. ये बेशक साधारण सा दिखता हो, लेकिन बहुत फायदेमंद सुपरफूड है. ये कोविड-19 के दौरान और भी मशहूर हो गया था. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इसके फायदों की तारीफ करते हुए कहा था, ‘सहजन या ड्रमस्टिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है. मैं खुद भी सहजन के पराठे बनाता था.’
लेकिन क्या मोरिंगा सच में सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना कहा जाता है? ये सवाल सभी के मन में जरूर आता होगा. इस सवाल का जवाब देने के लिए वसंत कुंज स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. शुभम वत्स्य ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने बताया कि रोजाना के खाने में मोरिंगा को शामिल करना क्यों फायदेमंद हो सकता है.
कमाल के फायदे देता है सहजन
डॉ. वत्स्य ने अपनी पोस्ट में बताया कि सहजन यानी मोरिंगा के पत्ते पोषक तत्वों और प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होते हैं. ये पेट की जलन और सूजन को कम करने में मदद करते हैं और शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर खाना खाने के बाद पेट फूला हुआ लगे या आप एंटीबायोटिक दवाओं के बाद कमजोरी महसूस कर रहे हों, तो सहजन आपकी पाचन शक्ति और इम्यूनिटी दोनों को मजबूत कर सकता है. ये एक साधारण सा पत्ता है, लेकिन इसके फायदे वाकई अद्भुत हैं. ये एक सच्चा सुपरफूड है, जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज कर देते हैं.’
मोरिंगा हमारे शरीर के लिए क्यों फायदेमंद है?
डॉ. वत्स्य के अनुसार, अगर आपको हर बार खाने के बाद जलन या पेट फूलने की परेशानी होती है, तो मोरिंगा आपके लिए बहुत मददगार हो सकता है. कैसे? क्योंकि मोरिंगा में मोरिंगिन नाम का एक नेचुरल कंपाउंड होता है जो आंत की लाइनिंग को रिपेयर करता है, पेट के एसिड को बैलेंस करता है और आंतों में मौजूद रिसेप्टर्स को एक्टिव करके डाइजेशन को बूस्ट करता है.
सहजन में विटामिन C, बीटा-कैरोटीन, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो आपके दिल की सुरक्षा और शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं. डॉ. वत्स्या कहते हैं, ‘सबसे अच्छी बात यह है कि सहजन पकने के बाद भी अपने गुण बनाए रखता है, जबकि कई दूसरी सब्जियां ऐसा नहीं कर पातीं. इसलिए अगर आपको पाचन की परेशानी है, इम्यूनिटी कमजोर है या आप एंटीबायोटिक लेने के बाद ठीक हो रहे हैं, तो सहजन रोजाना खाने के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन है.’