हम सभी ने कभी ना कभी हमारे देश का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् जरूर गाया होगा. आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने एक दिन नहीं, एक हफ्ता नहीं, एक महीना नहीं बल्कि पिछले 1000 दिन से रोज वन्दे मातरम गीत गा रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने अपना 1000 वां गायन पूरा किया. चलिए आपको बताते है इसके पीछे की पूरी कहानी
साल 2022 में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए पीएम मोदी ने अमृत महोत्सव का आयोजन और आह्वान किया था. इसकी चर्चा पूरे देश में हुई, लेकिन कानपुर के एक व्यक्ति ने इसको एक संकल्प के रूप में लिया और उनका नाम है आनंद कुमार दुबे. आनंद कुमार पिछले लगभग तीन सालों से लगातार, बिना एक भी दिन नागा किए रोज वन्देमातरम गीत का गायन करते है. मंगलवार को आनंद कुमार ने अपना 1000वां गायन प्रस्तुत किया.
आनंद कुमार ने बताया कि पीएम मोदी से प्रेरणा लेकर 2022 में उन्होंने वंदे मातरम् का गायन शुरू किया. इसके लिए उन्होंने स्थान का चयन किया भाजपा के सचेतक और विधायक सुरेंद्र मैथानी के सेवा कार्यालय का. इसके पीछे आनंद कुमार का तर्क था कि एक विधायक के कार्यालय से वंदे मातरम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकता है. राष्ट्रीय गीत को ही संकल्प के रूप में लेने के पीछे आनंद दुबे ने बताया कि देश के लगभग सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जब भी हुंकार भरते थे तो इसी का उच्चारण करते थे.
विपरीत परिस्थिति में भी नहीं हटे पीछे
जाड़ा, गर्मी, बरसात, बीमारी कोई भी चीज आनंद दुबे को उनके संकल्प से डिगा नहीं सकी. लाख दिक्कतों के बावजूद एक भी दिन ऐसा नहीं गया जब उन्होंने जाकर वंदे मातरम का गायन ना किया हो. आनंद दुबे ने बताया कि दो साल पहले जब हमराज कॉम्प्लेक्स में भीषण अग्निकांड हुआ था उसने उनकी दुकान भी जलकर खाक हो गई थी. उनकी रोजी रोटी का साधन उस आग में स्वाहा हो गया, लेकिन इसके बावजूद उस दिन भी उन्होंने वंदे मातरम् का गायन किया था.
आनंद दुबे का कहना है कि वो और भी जगह इस गायन को शुरू करेंगे और जीवन पर्यंत इसका गायन करते रहेंगे. उनके इस कार्य के लिए उन्हें अब सम्मानित भी किया गया है.