लोहड़ी साल का सबसे पहला त्योहार होता है. पंजाब और हरियाणा में इस दिन को बड़े धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन लोहड़ी का ये पर्व ट्रेडिशनल खाने के बिना अधूरा माना जाता है. इस दिन लोग मक्के की रोटी के साथ सरसों का साग और गुड़ खाना पसंद करते हैं. हेल्थ के लिहाज से भी ये डाइट कॉम्बिनेशन बेहद फायदेमंद माना जाता है.
न्यूट्रिशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि अगर सरसों या फिर बथुआ से बना साग मक्के की रोटी के साथ खाया जाए तो इन चीजों में मौजूद पोषक तत्व एक्टिव हो जाते हैं. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मक्के की रोटी हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद मानी जाती है.
कई सारे पोषक तत्व
मक्के की रोटी आयरन, फॉस्फोरस, जिंक, कॉपर, मैग्नीज, सेलेनियम, पोटेशियम और विटामिन- ए, बी, ई जैसे तमाम विटामिन और मिनरल से भरपूर होती है. सर्दियों में इसे खाने से मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.
ग्लूटन फ्री रोटी
गेहूं में ग्लूटन पाया जाता है. कुछ लोगों को इससे एलर्जी होती है. ऐसे में मक्के की रोटी बेहद फायदेमंद हो सकती है. गेहूं की रोटी खाने से इंफ्लेमेशन या फिर मोटापे की समस्या हो सकती है. इसलिए मक्के की रोटी हेल्दी ऑप्शन मानी जाती है.
भरपूर मात्रा में आयरन
मक्के में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. सर्दियों में रोजाना मक्के की रोटी खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होगी और एनीमिया जैसी बीमारियों से भी बचे रहेंगे. इसे खाने से शरीर का एनर्जी लेवल भी बढ़ता है.
आंखों को बनाए हेल्दी
चूंकि मक्के में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं. ये दोनों ही आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी खाने से न सिर्फ शरीर गर्म रहता है बल्कि आंखें भी हेल्दी रहती हैं.
लेकिन इन बातों का रखें ख्याल
आप मक्के की रोटी को सुबह या दोपहर के समय ही खाएं. ये पचने में थोड़ा समय लेती है, इसलिए रात में न खाएं. वहीं, एक्सपर्ट ये भी कहती हैं कि जिन लोगों को पाचन से जुड़ी कोई समस्या हो- उन्हें मक्के की रोटी खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.