अपने पूरे शरीर पर करीब 800 टैटू बनवाने वाली यह महिला किडरमिनस्टर की 46 वर्षीय मेलिसा स्लोअन है. यह सात बच्चों की मां है. इन्होंने अपने चेहरे पर भी अजीबोगरीब टैटू बनवा लिये हैं. इस वजह से इनका लुक काफी डरावना लगता है.
मेलिसा का डरावना लुक अजनबियों को चौंका देती है. मेलिस ने डेली स्टार को बताया कि 20 की उम्र में ही अपने शरीर पर आर्ट का संग्रह बनाना शुरू कर दिया था और तब से अबतक उन्होंने इसे जारी रखा है. स्थायी तौर पर अपने शरीर और चेहरे पर टैटू बनवाने की उनकी इस आदत कारण उन्हें काफी नुकसान भी हुआ है.
पसंद है चेहरे पर टैटू बनवाना
मेलिसा बताती हैं कि उन्हें अपनी त्वचा पर नक्काशी बहुत पसंद है. जिसे वह मुख्य रूप से घर पर ‘जेल स्टाइल’ में बनवाती है, लेकिन बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते हैं. सात बच्चों की इस मां को समाज में घुलने-मिलने में काफी परेशानी होती है. लोग उन्हें सार्वजनिक जगहों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नहीं बुलाते हैं.
लोग नहीं करते दोस्ती
उनकी इस आदत की वजह से मेलिसा के बहुत ज़्यादा दोस्त भी नहीं हैं और वह इसका कारण यह मानती है कि लोग चेहरे पर तीन परतों वाले स्याही के आवरण से आगे नहीं देख पाते है. लोग उनके पास आना नहीं चाहते हैं. यही कारण है कि काफी कम लोग उनके दोस्त हैं.मेलिसा बताती हैं कि इतनी ज्यादा आलोचना के बाद भी हर हफ़्ते तीन से चार बार अपने चेहरे और शरीर पर स्याही लगवाना जारी रखा है. भले ही इसका मतलब सामाजिक बहिष्कार ही क्यों न हो.
‘कभी हैलोवीन पार्टी में नहीं गई’
मेलिसा बताती हैं कि दुर्भाग्य से वह कभी हैलोविन पार्टी में नहीं गई हैं. बहुत ही डरावनी शक्ल की वजह से लोग उन्हें पार्टियों में इनवाइट नहीं करते हैं. इसलिए वे उत्सवों में शामिल नहीं होती हैं. यहां तक की लोग उन्हें हैलोविन पार्टी में भी नहीं बुलाते हैं. उनका कहना है कि अगर उन्हें हैलोविन पार्टी में बुलाया जाए तो मैं दरवाजे से अंदर घुसते ही सबको डरा दूंगी. मैं जब अपने बच्चों को लेकर हैलोविन पार्टी में जाती थी तो मुझे दरवाजे पर रोक दिया जाता था. मेरे बच्चे भी मुझे पीछे रहने को बोलते थे. तब मैं पूरी रात झाड़ियों छिपकर दूर से ही हैलोविन पार्टी देखती थी.
बच्चे मेरे घर का दरवाजा नहीं खटखटाते
वह कहती हैं कि गली में हर कोई जानता है कि यह उसका घर है और जब लोग उनके घर से गुजरते हैं तो वे उन्हें ‘घूरते’ हैं. मेलिसा को लगता है कि यह सब ‘पागलपन’है. गली के बच्चे मेरा दरवाज़े नहीं खटखटाते है. वे यहां कभी नहीं आते हैं.