भारत में अमीरों (India’s Richest) की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है और इसमें महिला उद्यमियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. आज हम एक ऐसी महिला अरबपति (Women Billionaires In India) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके पति सड़कों पर कैब चलाकर गुजारा करते थे, लेकिन दुनिया के 21 देशों में इनका कारोबार फैला हुआ है. इनका नाम रेणुका जगतियानी (Renuka Jagtiani) का, जिनकी सक्सेस स्टोरी बेहद दिलचस्प है. आज भारत की Richest महिलाओं में ये शुमार है. आइए जानते हैं इनके बारे में…
देश के सबसे अमीरों में शामिल
भारत के सबसे अमीरों की लिस्ट में शामिल रेणुका जगतियानी (Renuka Jagtiani), लैंडमार्क ग्रुप (Landmark Group) की मालकिन हैं. फोर्ब्स बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, महिला भारतीय अरबपतियों ये सावित्रि जिंदल और रेखा झुनझुनवाला के बाद तीसरे पायदान पर आती हैं. संपत्ति की अगर बात करें, तो Renuka Jagtiani Net Worth 5.6 अरब डॉलर (करीब 47,751 करोड़ रुपये से ज्यादा) है.
पति लंदन की सड़कों पर चलाते थे कैब
लैंडमार्क ग्रुप (Landmark Group) आज एक बड़ा नाम है और इसके कारोबार का बड़ा हिस्सा दुबई में है. लेकिन आज रेणुका जगतियानी भले ही भारतीय अमीरों की लिस्ट में अच्छे मुकाम पर हैं, लेकिन उनकी लाइफ हमेशा से ऐसी नहीं रही थी, दरअसल, उन्होंने जिंदगी में कई बड़े उतार-चढ़ावों का सामना किया है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेणुका के पति मिकी जगतियानी कभी सड़कों पर कैब चलाकर अपने परिवार का गुजारा करते थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिकी 1970 के दशक में लंदन में एक कैब ड्राइवर थे.
लंदन से बहरीन फिर दुबई का सफर
लंदन में मिकी जगतियानी को कैब सेवाएं देते-देते कोई अलग बिजनेस स्टार्ट करने का आइडिया आया और फिर इस कपल के दिन फिरने लगे. लंदन से निकलकर मिकी और रेणुका पहले बहरीन और फिर दुबई पहुंच गए. रिपोर्ट्स की मानें तो साल 1973 में अपने माता-पिता और भाई की अचानक मौत के बाद रेणुका और उनके पति बहरीन चले गए, जहां उन्होंने परिजनों की खिलौने की दुकान को संभाला.
करीब एक दशक तक उन्होंने बच्चों के खिलौनों की दुकान चलाई और परिवार पाला, इस बीच वे Toy’s Outlets भी बढ़ाते गए और 10 सालों में 6 खिलौनों की दुकानें शुरू कर दीं. इसके बाद वे खाड़ी युद्ध खत्म होने के बाद दुबई (Dubai) पहुंचे, जहां लैंडमार्क ग्रुप (Landmark Group) की शुरुआत की.
पति की मौत के बाद संभाली बागडोर
Landmark Group के जरिए मिकी जगतियानी ने मध्य पूर्व (Middle East) और दक्षिण पूर्व एशिया (South East Asia) में फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर समेत होटल बिजनेस में अपने कारोबार का विस्तार किया. रेणुका ने भी कारोबार को आगे बढ़ाने में पति का साथ दिया, उन्होंने साल 1993 में लैंडमार्क ग्रुप में एंट्री ली थी. लेकिन इस बीच रेणुका को एक बड़ा झटका लगा, जब उनके पति मिकी का निधन हो गया.
तीन बच्चों की मां रेणुका ने पति के निधन के बाद हार नहीं मानी और पति द्वारा खड़े किए गए साम्राज्य को अपनी मेहनत और काबिलियत की दम पर आगे बढ़ाने लगीं. 70 साल की Renuka Jagtiani लैंडमार्क ग्रुप की चेयरपर्सन हैं और तीनों बच्चे आरती, निशा और राहुल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हैं.
दुनिया के 21 देशों में फैला है बिजनेस
रेणुका जगतियानी के लैंडमार्क ग्रुप संभालने के बाद इसने तेजी से ग्रोथ की है और इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि Landmark Group का बिजनेस आज दुनिया के 21 से ज्यादा देशों में फैला है. दिवंगत पति द्वारा दुबई में खड़े किए गए कारोबार को भारत में आगे बढ़ाने में भी रेणुका की अहम भूमिका रही.
फोर्ब्स के मुताबिक, साल 1999 में उन्होंने लैंडमार्क ग्रुप के इंडियन बिजनेस को स्टार्ट किया और देश में अब कंपनी के 900 से ज्यादा स्टोर्स हैं, जबकि दुनिया में इनकी संख्या 2200 से ज्यादा है. इसके साथ ही Landmark Group का होटल व्यवसाय भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. बिजनेस बढ़ने के साथ ही रेणुका जगतियानी की दौलत में भी तेजी से इजाफा हो रहा है.