रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंगलवार को नीति आयोग के अमृतकाल, छत्तीसगढ़ विजन 2047 कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम में उन्होंने युवाओं, किसानों, महिलाओं और विचारकों से बात की. इस मौके पर सीएम साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ विजन 2047 राज्य स्थापना दिवस पर 1 नवंबर को जारी किया जाएगा. इस दिन एक नई औद्योगिक नीति भी लाई जाएगी.
सीएम विष्णुदेव साय ने पीएम मोदी की तारीफ की: कार्यक्रम में सीएम साय ने पहले पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उनका विजन बताया. साय ने कहा “पहले हमारा देश सोने की चिड़िया के रूप में जाना जाता था. इसे फिर से सोने की चिड़िया बनाने के लिए पीएम मोदी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के व्यापक प्रयास से भारत अर्थव्यवस्था के मामले में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. लेकिन अभी भी लक्ष्य दूर है, जिसे हासिल करने सभी के सहयोग की जरूरत है.”
छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने अकूत संपत्ति दी: विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ विजन में अपने बारे में भी बात की. कहा- “मेरे पिता किसान थे और मुझे खुद भी खेती में बहुत रुचि है. जब भी मैं अपने गृहनगर जाता हूं, तो कृषि भूमि पर जाता हूं. अपनी मिट्टी से जुड़ता हूं.” छत्तीसगढ़ राज्य की प्रशंसा करते हुए सीएम ने कहा-ईश्वर ने छत्तीसगढ़ को बहुत धैर्य के साथ बनाया है. यहां खनिजों की भरमार है. इसके अलावा, राज्य में बड़ी मात्रा में वन उत्पाद भी हैं.”
छत्तीसगढ़ के वित्ता मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि अमृत काल एक विजन डॉक्यूमेंट है, एक रोडमैप है. इसमें बताया जा रहा है कि 2047 तक छत्तीसगढ़ का विकास कैसे होगा. महिलाओं के मामले में छत्तीसगढ़ बहुत समृद्ध और शक्तिशाली राज्य है. यहां के आदिवासी समाज की संस्कृति में भी लिंगानुपात 1000 या उससे उससे ज्यादा है. ऐसी स्थिति में छत्तीसगढ़ की सशक्त स्थिति को बताता है. छत्तीसगढ़ के पंचायती राज एक्ट में भी 50 प्रतिशत का आरक्षण है. महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने 1000 रुपये सरकार की तरफ से भेजे जा रहे हैं. स्व सहायता समूहों को कई काम दिए जा रहे हैं. महिलाओं को लखपति दीदी, ड्रोन दीदी बनाने पर तेजी से काम हो रहा है.