महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को गुड़ी पड़वा के मौके पर एक विशाल रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, हमें जलस्रोतों और पेड़ों की चिंता नहीं है. हमें औरंगजेब की कब्र की चिंता है. फिल्मों के जरिए जो हिंदू जागृत (जागरूक) हो रहे हैं, वे किसी काम के नहीं हैं.
राज ठाकरे ने रैली को संबोधित करते हुए महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा, मैंने पहले कुंभ मेले के बारे में बात की थी. कुछ लोगों ने कहा कि मैं कुंभ मेले का अपमान कर रहा हूं. मैंने उनसे कहना चाहता हूं, हमारी नदियां प्रदूषित हैं. राजीव गांधी ने इसे साफ करने का प्रयास किया. नरेंद्र मोदी ने भी किया है. लाखों लोग बीमार पड़ गए हैं. ये टिप्पणी कुंभ के बारे में नहीं है. ये नदी की सफाई के बारे में है.
कुंभ में 62 करोड़ लोगों ने लिया भाग
उन्होंने दावा किया कि अब तक गंगा की सफाई पर 33,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए है. हमें नदी साफ करनी होगी, वक्त बदल गया है. प्रदूषण बढ़ गया है. हम अपने धर्म के नाम पर नदियों को प्रदूषित कर रहे हैं. कुंभ में 62 करोड़ लोगों ने भाग लिया, मतलब आधे देश ने भाग लिया. क्या इतने लोगों की स्वच्छता के लिए तैयारी थी. हम इतने कचरे से चीन की दीवार बना सकते थे.
‘हमारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व्यापार को देता है बढ़ावा’
ठाकरे ने दावा किया कि देश में 119 नदियां हैं, जिनमें से 55 महाराष्ट्र में हैं. मुंबई में 5 नदियां थीं, जिनमें से चार अब अस्तित्व में नहीं हैं. पाँचवीं, मीठी नदी लुप्त होने की कगार पर है. हमारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व्यवसाय को बढ़ावा देता है, क्योंकि व्यवसाय उन्हें बढ़ावा देते हैं. मुंबई में राष्ट्रीय उद्यान जितना बड़ा जंगल दुनिया में कहीं नहीं है.
उन्होंने बीते दिनों देश भर में औरंगजेब की कब्र को लेकर छड़ी जंग पर टिप्पणी करते हुए कहा, हमें जलस्रोतों और पेड़ों की चिंता नहीं है. हमें औरंगजेब की कब्र की चिंता है. औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ था. हमें औरंगजेब की कब्र के पास एक बोर्ड लगाना चाहिए कि हमने इस राजा को मारा है.
‘कई हिंदू नेताओं ने लड़ी लड़ाई’
रा ठाकरे ने शिवाजी महाराज पर बोलते हुए कहा, शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व जादुई था. जब उनका यहां जन्म हुआ तो उस वक्त ये कोई देश नहीं थी और ये क्षेत्र अलग था. शिवाजी महाराज के पिता निजाम के साथ काम करते थे. अफजल खान के दूत ब्राह्मण थे. इसका मतलब यह नहीं है कि हम जाति की राजनीति करते हैं. उस समय क्या स्थिति थी. आगरा में संभाजी महाराज ने 5000 का उपहार स्वीकार किया था. वह राजनीति का हिस्सा था. मुगलों के लिए कई हिंदू नेताओं ने हमसे लड़ाई लड़ी.
‘कई सालों तक मराठाओं से लड़ता रहा औरंगजेब’
उन्होंने कहा कि औरंगजेब का साम्राज्य अफगानिस्तान से दक्षिण तक था, लेकिन जब औरंगजेब का बेटा आगरा से भाग गया तो उसे संभाजी महाराज ने संरक्षण दिया. औरंगजेब 27 सालों तक महाराष्ट्र में मराठाओं से लड़ता रहा. शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद भी औरंगजेब यहां क्यों रहा. वो शिवाजी के विचारों को खत्म करना चाहता था, लेकिन वो ऐसा करने में असफल रहा.
‘फिल्मों से जागृत होने वाले किसी काम के नहीं’
रा ठाकरे ये भी कहा कि देश के युवाओं को व्हाट्सएप पर इतिहास नहीं पढ़ना चाहिए, ये विभाजन का प्रयास है. इतिहास के तथ्य हमारा ध्यान भटकाते थे. लोगों को किताबों से इतिहास पढ़ना चाहिए, इतिहास के नाम पर लोगों को लड़ाया जाता है. राजनेता इनका इस्तेमाल लोगों को लड़ाने के लिए करते हैं. उन्होंने कहा कि फिल्मों के जरिए जो हिंदू जागृत हो रहे हैं, वे किसी काम के नहीं हैं.