गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का विरोध करने वालों को देश की एकता अखर रही है. भारत के बढ़ते सामर्थ्य से, भारत में बढ़ते एकता के भाव से कुछ ताकतें बहुत परेशान हैं. भारत के भीतर भी और भारत के बाहर, ऐसे लोग भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. भारत के आर्थिक हितों को चोट पहुंचाने में जुटी हैं. वो ताकतें चाहती है कि दुनिया भर के देशों में भारत के प्रति गलत संदेश जाएं और भारत की निगेटिव छवि उभरे.
पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग भारत की सेनाओं तक को टारगेट करने में लगे हैं. मिसइनफॉर्मेशन कैंपेन चलाए जा रहे हैं. सेनाओं में अलगाव पैदा करना चाहते हैं. ये लोग भारत में जात पात के नाम पर विभाजन करने में जुटे हैं. ये लोग कभी नहीं चाहते कि भारत कभी विकसित हो. कमजोर भारत की राजनीति, गरीब भारत की राजनीति ऐसे लोगों को सूट करती है. पांच पांच दशक तक इसी गंदी राजनीति देश को दुर्बल करते हुए चलाई गई इसलिए ये लोग संविधान और लोकतंत्र का नाम लेते हुए भारत के जन जन के बीच में भारत को तोड़ने का काम कर रहे हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
अर्बन नक्सलियों के गठजोड़ को हमें पहचानना ही होगा
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमें अर्बन नक्सलियों के इस गठजोड़ को पहचानना ही होगा. हमें देश को तोड़ने के सपने देखने वालों से मुकाबला करना ही होगा. पहले हम एकता के गीत गाते थे और आज एकता की बात करना गुनाह बना दिया गया है. आज अगर कोई ये गीत ‘हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं…’ गाएगा तो उसे अर्बन नक्सल की जमात उसे गालियां देने से पीछे नहीं हटेगा. आज कोई अगर कह दे तो ‘एक हैं तो सेफ हैं’, ये लोग उसे भी गलत तरह से परिभाषित करने में लगे हैं. जो लोग देश को तोड़ना चाहते हैं, जो लोग समाज को बांटना चाहते हैं, उन्हें देश की एकता अखर रही है. ऐसे लोगों से हमें पहले भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
आने वाला 25 साल एकता के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल साहब कहते थे कि भारत का सबसे बड़ा लक्ष्य एकजुट और मजबूती से जुड़ी शक्ति का होना चाहिए. हमें याद रखना चाहिए हिंदुस्तान विविधता वाला देश हैं, हम विविधता को सेलिब्रट करेंगे. तभी एकता मजबूत होगी. आने वाला 25 साल एकता के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए एकता के इस मंत्र को हमें कभी भी कमजोर नहीं पड़ने देना है. हर झूठ का मुकाबला करना है, एकता के मंत्र को जीना है. ये एकता, तेज आर्थिक विकास के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए, समृद्ध भारत बनाने के लिए जरूरी है. ये एकता, सामाजिक सद्भाव की जड़ी बुटी है. एकता बनाए रखना है.