बारिश और खराब मौसम की मार माता वैष्णो देवी के भक्तों पर भी पड़ी है. लगातार हुई बारिश की वजह से यात्रियों की संख्या में गिरावट देखी गई है. वहीं, मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए हेलिकॉप्टर सेवा पर भी रोक लगा दी गई है. बुधवार को माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 20,998 थी, जो गुरुवार को शाम 5 बजे तक गिरकर 15,200 पर आ गई.
पैदल यात्रा मार्ग की स्थित सामान्य
यात्रा के दौरान यात्रा मार्गों की स्थित सामान्य रही. बाण गंगा क्षेत्र में हुए भूस्थलन से जो रास्ता बंद था श्राइन बोर्ड द्वारा खोल दिया गया. इससे माता वैष्णो देवी देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिली. इसके अलावा बैटरी कार सेवा और रोपवे सेवा बिना किसी रुकावट के सुचारु रूप से चलती रही. बाबा भैरवनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु रोपवे केवल कार सेवा का लाभ उठाते रहे.
यात्रा मार्गों पर कड़ी सुरक्षा
माता वैष्णो देवी यात्रा मार्गों पर आपदा प्रबंधन दल, श्राइन बोर्ड प्रशासन, पुलिस विभाग और सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान पूरी चौकशी के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहें. फिलहाल बारिश के मौसम में सप्ताह के दिनों में औसतन 18,000 से 21,000 श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. जबकि सप्ताह के अंतिम दिनों में यह संख्या बढ़कर 23,000 से 25,000 तक पहुंच जाती है. फिलहाल सभी यात्रा मार्ग सुचारु हैं.
यात्रियों को सावधान रहने की जरुरत
प्रशासन ने यात्रियों व श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने के लिए कहा है. यात्रा मार्गों में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई है, इसलिए यात्रियों को सतर्क रहना जरूरी है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और उन रास्तों से बचें जहां भूस्खलन का खतरा ज्यादा है.