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सीएम को जान से मारने की धमकी, दौसा जेल में मिला आरोपी; जमीन से निकले मोबाइल

राजस्थान के मुख्यमंत्री को फोन करके जान से मारने की धमकी के मामले में जब जांच की गई तो पता चला कि फोन दौसा जिले की केंद्रीय कारागार से आया था. पुलिस ने इस मामले में जेल के अंदर तलाशी ली तो पुलिस के होश उड़ गए. जेल के अंदर करीब 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. कॉलर ने शनिवार देर रात जयपुर कंट्रोल रूम में कॉल किया था और सीएम भजन लाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी.

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पुलिस ने बताया कि सीएम भजन लाल को धमकी देने के मामले में जब जांच की गई तो पता चला कि दौसा से यह कॉल किया गया था. इसके बाद जयपुर पुलिस, दौसा पुलिस और जेल प्रशासन के अधिकारी दौसा के श्यालावास स्थित केंद्रीय कारागार पहुंचे. यहां पर सभी बैरकों और बाकी जगहों की बारीकी से तलाशी ली गई. तलाशी में एक के बाद एक पुलिस को 10 मोबाइल फोन मिले हैं.

दार्जिलिंग का है आरोपी

बारिश के मौसम में पुलिस ने जब ग्राउंड में चेक किया तो कुछ मोबाइल फोन जमीन में गड़े मिले. उन्हें बारिश से बचाने के लिए पॉलीथीन में डालकर गाड़ा गया था. वहीं कुछ कैदियों के पास से भी मोबाइल जब्त हुए हैं. कुल मिलाकर जांच टीम को जेल से 10 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. जेल में सुरक्षा की सेंध के मामले में जेल अधीक्षक समेत तीन लोगों को सस्पेंड किया गया है. पुलिस ने जांच में पाया कि दार्जिलिंग का रहने वाला नीमो ही वह आरोपी है जिसने सीएम भजन लाल को जान से मारने की धमकी दी थी.

तीन अधिकारियों पर एक्शन

सीएम भजन लाल को धमकी के मामले में दौसा जेल में हुए सर्च ऑपरेशन में जेल प्रशासन की भारी लापरवाही सामने आई है. जेल के अंदर से जहां एक भी मोबाइल फोन रखने की अनुमति नहीं है वहां से एक दो नहीं बल्कि 10 मोबाइल मिले हैं. इतनी बड़ी लापरवाही के चलते डीआईजी जेल मोनिका अग्रवाल ने जेल अधीक्षक कैलाश शर्मा, जेल प्रहरी बिहारी लाल और जेल प्रहरी अवधेश को सस्पेंड कर दिया है.

 

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