सुपौल: जिले में एक तीन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है. इस घटना से गांव में मातमी सन्नाटा और परिजनों में चीख-पुकार मची हुई है. दरअसल आपको बता दें कि एनएच 327 ई पर पिपरा थाना क्षेत्र के दीनापट्टी पुल के समीप एक तेज रफ्तार बस की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. मृतक की पहचान त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के डपरखा वार्ड संख्या 25 निवासी शनिचर यादव के 30 वर्षीय पुत्र आलोक कुमार के रूप में की गई है.
इस हादसे ने परिवार की खुशियों को पलभर में मातम में बदल दिया. आलोक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. मृतक आलोक कुमार मेहनत-मजदूरी कर अपने छोटे से परिवार का भरण-पोषण करता था. वह किसी काम से सुपौल गया था. लेकिन शाम होते-होते परिवार को उसकी लाश नसीब हुई. सदर अस्पताल सुपौल में पोस्टमार्टम के उपरांत शव को घर लाया गया. जैसे ही शव गांव पहुंचा, घर में कोहराम मच गया. पत्नी, पिता और बच्चों समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. मृतक की पत्नी रंजन देवी दहाड़ मारकर बार-बार यही कह रही थी अब हम केकरा सहारे जीअब हो दादा. बार-बार बेहोश हो जा रही पत्नी को संभालना मुश्किल हो रहा था. आस-पड़ोस की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थी, पर किसी के पास कोई शब्द नहीं था. मृतक अपने पीछे 7 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार, 10 वर्षीय पुत्री पूजा कुमारी और 5 वर्षीय रूसी कुमारी को छोड़ गया है.तीनों मासूमों का करुण क्रंदन सुनकर हर आंख नम हो गई. बच्चों को समझाने की कोशिश में खुद पड़ोसी भी आंसू रोक नहीं पा रहे थे.
परिजनों का कहना है कि आलोक ही परिवार की एकमात्र आर्थिक रीढ़ था. पिता शनिचर यादव खेती करते हैं और बेटे की कमाई से ही घर का घर का भरण-पोषण चलता था. अब पूरे परिवार के सामने भविष्य अंधकारमय हो गया है. वहीं मृतक के घर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई थी.