मिर्ज़ापुर: उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस ने हिन्दू देवी-देवताओं पर यूट्यूब चैनल पर अभद्र टिप्पणी, करने गाना गाने वाली सरोज सरगम प्रकरण से सम्बन्धित तीन अन्य को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन पर ₹25-25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था. इनके कब्जे से आपत्तिजन साहित्य, इलेक्ट्रानिक सिस्टम व वाद्ययंत्र बरामद हुआ है.
यह रहा है पूरा मामला
पिछले दिनों सोशल मीडिया में हिन्दू आराध्य देवी मां दुर्गा के सम्बन्ध में अभद्र अश्लील टिप्पणी गाने के रूप में करते हुए मिर्जापुर के मड़िहान की बिरहा गायिका सरोज सरगम द्वारा अपने यूट्यूब चैनल में अपलोड कर व्यापक रूप से वायरल कर हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था को चोट पहुंचाते हुए शारदीय नवरात्रि के अवसर पर सामाजिक एवं धार्मिक विद्वेश फैलाने का कुत्सित प्रयास किया गया. वीडियो वायरल होने के बाद विहिप बजरंग दल सहित कई सामाजिक संगठनों ने भी इसकी पुरजोर निंदा करते हुए विरोध में उतर आए थें तो वहीं संत समाज भी आक्रोशित हो उठा था.
मामला पुलिस के संज्ञान में आने पर तत्काल थाना मड़िहान पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ करते हुए सरोज सरगम के साथ इस अशोभनीय आपराधिक कृत्य में 9 अन्य के संलिप्त पाये जाने की बात सामने आई, जिनका नाम विवेचना से प्रकाश में लाया गया. साथ ही वायरल पोस्ट को 21 सितंबर 2025 को रिमूव कराया गया.
सरोज सरगम की गिरफ्तारी के बाद से ही सक्रिय हो गई थी पुलिस
वायरल वीडियो के सम्बन्ध में मीरजापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी सरोज सरगम के साथ सह आरोपी उसके पति राममिलन बिन्द सहित कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. जबकि मामले से सम्बन्धित 3 आरोपी फरार चल रहे थे, जिनपर 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगीं हुईं थीं.
26 सितंबर को इनामिया पुलिस की अलग-अलग टीमों ने राजवीर सिंह यादव 45 वर्ष पुत्र बृजराज सिंह मूल निवासी ग्राम सिधौली, जनपद सीतापुर को मीरजापुर की कोतवाली शहर पुलिस टीम द्वारा तथा सोनू 21 वर्ष पुत्र महेन्द्र बिन्द निवासी असवों दाउदपुर थाना हण्डिया, प्रयागराज व शशांक प्रजापति 34 वर्ष पुत्र कैलाश राम प्रजापति निवासी पहाड़ीपुर थाना सराय इनायत, प्रयागराज को थाना मड़िहान पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. जिन्हें आवश्यक कार्यवाही के पश्चात जेल रवाना किया गया है.
मास्टरमाइंड है राजवीर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि उक्त प्रकरण में राजवीर सिंह यादव की मुख्य भूमिका रही है, जो आपत्तिजनक साहित्य का लेखक व मुख्य आरोपी सरोज सरगम को वित्तीय सहायता प्रदान कर आपत्तिजनक संगीत गायन के लिये दुषप्रेरित कर रहा था, जो इस पुरे प्रकरण का मास्टर माइंड भी रहा है. पुलिस ने इनके पास से 3 मोबाइल फोन, 2- एलईडी टीवी, 2-कम्प्यूटर-, 5-साउण्ड स्पीकर, 1-कैमरा व अन्य इलेक्ट्रानिक सिस्टम सहित वाद्ययंत्र एवं आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद कर लिया है.
नवरात्र में अशांति फैलानी की रही तैयारी
मिर्ज़ापुर में नवरात्रि में दुर्गा पूजा से पूर्व सरोज सरगम ने राजवीर सिंह यादव के इशारे पर पूरी तरह से अशांति फैलाने का मन बना लिया था. उसकी दृढ़ता देखिए कि पुलिस द्वारा वीडियो डिलीट कराने के बाद उसने पुनः वीडियो अपलोड कर हिंदू देवी-देवताओं को इंगित करते हुए अशब्द बोलने से पीछे नहीं हट लोगों को उक्शाने में लग गई थी. बहरहाल वह पति सहित जेल की सलाखों के पीछे जा चुकी है.