दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या और धर्म परिवर्तन को लेकर हाल ही में एक अहम सर्वे सामने आया है। प्यू रिसर्च द्वारा किए गए इस सर्वे में 36 देशों के लोगों से बातचीत की गई और यह पता लगाया गया कि किन देशों में इस्लाम धर्म में शामिल होने वालों और छोड़ने वालों की संख्या में बदलाव हुआ है। इसमें अमेरिका, भारत, सिंगापुर के साथ ही तुर्किए जैसे बड़े मुस्लिम देश को भी शामिल किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, तुर्किए में पहले 98 प्रतिशत लोग मुस्लिम थे, जो अब घटकर 95 प्रतिशत रह गए हैं। यानी तीन प्रतिशत मुस्लिमों ने इस्लाम धर्म छोड़ दिया। हालांकि, इस देश में किसी ने इस्लाम धर्म नहीं अपनाया। यह सर्वे जुलाई 2023 से मार्च 2024 के बीच किया गया था। तुर्किए इस मामले में सबसे बड़े मुस्लिम देशों में शामिल है, जहां धर्म छोड़ने वालों की संख्या सबसे अधिक देखी गई।
भारत और अमेरिका जैसे देशों में मुस्लिम आबादी स्थिर है। यहां न तो किसी ने इस्लाम छोड़ा और न ही धर्म अपनाया। इसी तरह, मलेशिया में मुस्लिमों की संख्या 74 प्रतिशत से बढ़कर 75 प्रतिशत हो गई है, जिसका मतलब है कि वहां एक प्रतिशत लोग इस्लाम में शामिल हुए हैं। नाइजीरिया में भी एक प्रतिशत लोगों ने धर्म छोड़ा और एक प्रतिशत ने धर्म अपनाया, इसलिए यहां कुल मुस्लिम आबादी स्थिर है।
अन्य देशों में भी स्थिति अलग-अलग है। इंडोनेशिया में मुस्लिमों की संख्या 93 प्रतिशत बनी हुई है, बांग्लादेश में 91 प्रतिशत और ट्यूनीशिया में 100 प्रतिशत। वहीं, इजरायल में मुस्लिम आबादी एक प्रतिशत बढ़कर 19 प्रतिशत हो गई है।
सर्वे से यह भी स्पष्ट हुआ कि धर्म परिवर्तन की प्रवृत्ति देश-देश में अलग-अलग है। कुछ देशों में मुस्लिम समुदाय की संख्या स्थिर है, जबकि कुछ में इसमें थोड़ी गिरावट या बढ़ोतरी देखी गई है। ये आंकड़े दुनियाभर में धर्म और आबादी के पैटर्न को समझने में मददगार साबित होते हैं।
विशेष रूप से तुर्किए का डेटा चौंकाने वाला है, क्योंकि यह एक बड़ा मुस्लिम बहुल देश है, जहां तीन प्रतिशत लोगों ने इस्लाम छोड़ा। अन्य देशों की तुलना में यह परिवर्तन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस सर्वे से दुनियाभर में मुस्लिम आबादी और धर्म परिवर्तन की रुझानों पर नई रोशनी पड़ी है।
दुनिया भर में मुस्लिमों की स्थिति और उनके धर्म परिवर्तन की जानकारी जानना जरूरी है, ताकि सामाजिक और सांस्कृतिक बदलावों को बेहतर तरीके से समझा जा सके।