गरियाबंद: जिला मुख्यालय के नजदीक जंगल में पहली बार बाघ दिखाई देने से इलाके में सनसनी फैल गई है. दो अलग-अलग गांवों के ग्रामीणों ने जंगल में बाघ दिखने की पुष्टि की है. फूटू तोड़ने गए एक ग्रामीण की बाघ से आमना-सामना भी हो गया, जो किसी तरह जान बचाकर भाग निकला. वनमंडलाधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि यह लगभग 4 साल का नर बाघ है, जो फिलहाल गरियाबंद वनमंडल के जंगल में मौजूद है.
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना बेहद जरूरी है. बाघ की मौजूदगी के बाद वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 9 दलों में 60 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम तैनात की है. डीएफओ स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं और ग्रामीणों को समझाइश दे रहे हैं. बाघ के पदचिह्नों का प्लास्टर ऑफ पेरिस से सैंपल लिया गया है और इलाके में ट्रैप कैमरे भी लगाए गए हैं.
ग्राम दासपुर के सरपंच नरेंद्र ध्रुव ने बताया कि बाघ दिखने के बाद गांव के लोग दहशत में हैं. खेती-बाड़ी और जंगल जाने से ग्रामीण बच रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा इंतजाम और निगरानी बढ़ाने की मांग की है. वन विभाग ने NTCA (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) की गाइडलाइंस के तहत बाघ और ग्रामीणों दोनों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं.