Vayam Bharat

खीरी में फिर बाघ का आतंक, किसान गंभीर रूप से घायल, ग्रामीणों में दहशत

लखीमपुर खीरी : दक्षिण खीरी वन प्रभाग के महेश पुर वन रेज क्षेत्र के गावों मे आदमखोर बाघ द्वारा हमला करने का सिलसिला जारी होने के नाते रविवार को अपने साथियों के साथ गन्ना की पाती छिलने खेत पर गए व्यक्ति पर बाघ ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.

Advertisement

मालूम हो कि पिछले 30 दिनो मे बाघ ने दो लोगों को अपना निवाला बना चुका है. लेकिन अभी शनिवार को गन्ना की पाती लेने गए किसान पर बाग का हमला लोग भूले नहीं थे तभी रविवार को गन्ने की पाती लेने गए किसान पर बाघ ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया .

ग्राम इमलिया और मूड़ा अस्सी सहित दर्जनों गांव के लोग टाइगर की दहशत में जी रहे हैं. लेकिन टाइगर अब तक वन विभाग के पकड़ से बाहर है. जबकि वन विभाग की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है.

जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव भदैया निवासी तेजपाल 42 वर्षीय पुत्र रोहन लाल अपने 10 साथियों के साथ अपने जानवरों के खाने लिए गन्ने की पाती तोड़ने के लिए गया था. ग्रामीणों का दावा है कि गन्ने के खेत में घात लगाए बैठे बाघ ने तेजपाल पर पीछे से हमला कर दिया.

हमले के बाद तेजपाल जोर-जोर से चिल्लाने लगा. वहीं, साथ मे गये 10 साथियों ने तेज पाल की आवाज सुनी दौड़कर मौके पर पहुंचे. साथियों ने देखा कि बाघ तेजपाल को दबोचे है. मौजूद साथियों के शोर मचाने के साथ ठन्डो से बाघ पर हमला किया तव जाकर तेजपाल को छोड़कर वाघ गन्ने के खेत में घुस गया.

बाघ के हमले से तेजपाल के सिर.पीठ हाथ गले को बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. उसके साथियों ने घायल तेजपाल को गाँव उसके घर ले गये.परिवार वालो ने एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया जिसके बाद परिवार वालो ने घायल अवस्था मे एम्बुलेंस से  गोला सीएचसी लेकर गए. जहां तेजपाल का प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उसको जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है.

बाघ द्वारा हमला किए जाने की खबर आस पास के गावों मे आग की तरह फैल गई. इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी सूचना पर पहुचे वन दरोगा रोहित श्री वास्तव तेज पाल डिप्टी रेजर सुरेन्द्र पाल. फारेस्ट गार्ड राजकुमार ने घटना स्थल पर पहुँच कर बाघ होने की पुष्टि की है.

ग्रामीणों से सर्तक रहने के लिए कहा. खेतों मे समूह बना कर शोर मचाते हुआ जाने को कहा रेनजर नरेश पाल ने पीड़ित के परिवार वालो से मिलकर पीड़ित परिवार वालो को इलाज के लिए 5000 हज़ार रुपये की सहायता राशि दी और जो भी इलाज मे खर्चा होगा वह विभाग देगा.

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि आखिर यह आदमखोर बाघ कब तक लोगों को अपना निवाला बनाएगा. बाघ की दहशत में हम लोग अपनी फसलों की रखवाली नहीं कर पा रहे हैं. जब हम लोगों की फसल नहीं बचेगी तो परिवार को कैसे चलाएंगे. किसानों का कहना है तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश से गन्ने की फसल पूरी तरह से जमीदोंज हो गई है. पूरा गन्ना जमीन पर गिर गया है. यदि गन्ना नहीं बंधवाएंगे तो बर्बाद हो जाएंगे.

बाघ के लगातार हो रहे हमलो से नाराज तमाम ग्रामीणों ने वन रेज महेश पुर का घेराव कर बाघ को पकडने की मांग कर धरने पर बैठ गये. और बाघ पकडने और घायलों को मुआवजा दिये जाने की मांग करते हुए हंगामा करते रहे कुछ देर बाद वन विभाग के अधिकारी व तमाम पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. ग्रामीणों से रेजर नरेश पाल व पुलिस ने वार्ता की और कहाँ घायलों को मुआवजा दिया जायेगा और बाघ को जल्द पकडने की बात कही. तब जाकर ग्रामीण माने जिसके बाद ग्रामीण अपने अपने घर लौट गये.

Advertisements