मध्यप्रदेश। तिरुपति बालाजी के मंदिर प्रसाद में पूर्व में जानवरो की चर्बी से बनाने के कथित आरोप पर छतरपुर जिले के प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण महराज का बयान सामने आया है.उन्होंने कहा है कि दक्षिण भारत में तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी के घी का लड्डू का प्रसाद वितरण किया गया था या लगाया गया था. अगर यह जानकारी सत्य है. तो यह बहुत बड़ा अपराध है. निश्चित रूप से भारत के सनाततियों के खिलाफ सुनियोजित तरीके से किया गया षड्यंत्र है. इस प्रकार का कृत्य करके भारत के सनातनियों का धर्म भ्रष्ट करने का पूर्ण रूप से तैयारी की गई है. हम तो चाहेंगे कि वहां की सरकार सख्त से सख्त कानून बनाकर उन दोषियों को फांसी की सजा देवे अगर भगवान के प्रसाद में चर्बी का प्रयोग किया गया या मछली के तेल का प्रयोग किया गया इससे बड़ा वर्तमान में भारत में कोई दूसरा दुर्भाग्य नहीं हो सकता. इसकी बारीकी से जांच हो और सरकार से कहेंगे कि शीघ्र अति शीघ्र सरकार को हिंदुओं के मंदिरों को हिंदू बोर्ड के आधीन कर देना चाहिए ताकि किसी भी सनातनियों की आस्था को ठेस ना पहुंचे हमें यह सुनकर के बहुत मन हमारा दुखी हो रहा है. हम चाहेंगे यात्रा पर जितने भी तीर्थ स्थल हैं वहां पर बारीकी से सभी सनातनी जांच करवाई दोबारा इस प्रकार की यह घटना पुनः न हो इसके लिए सभी एकजुट होकर के तैयार रहें और मंदिरों को अब जो है सनातियों के मंदिरों के ही अधीन कर देना चाहिए वर्ना इससे ऐसी स्थितियां निर्मित होती रहेगी
तिरुपति बालाजी प्रसाद विवाद: पं धीरेंद्र शास्त्री बोले- ‘दोषियो को हो फांसी’
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