तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक रफीकुर रहमान ने मंगलवार (3 दिसंबर, 2024) को पश्चिम बंगाल विधानसभा में कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, इस्लाम उसका समर्थन नहीं करता है.
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के सत्ता से हटने के बाद से हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की कई घटनाएं हुई हैं. पड़ोसी देश बांग्लादेश में अत्याचारों को रोकने की वकालत करते हुए रहमान ने कहा कि केंद्र को स्थिति से निपटने के लिए कानूनी सहारा लेना चाहिए.
उत्तर 24 परगना जिले के अमडांगा से विधायक रहमान ने संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को वापस लेने का आग्रह करने वाले प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए विधानसभा में कहा, ‘बांग्लादेश में जो हो रहा है, इस्लाम उसका समर्थन नहीं करता है.’ वहीं, तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री सबीना यास्मीन ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर अल्पसंख्यक अधिकारों के मुद्दे पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि बीजेपी बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचारों का विरोध कर रही है।. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी को दोहरी’’ नीति नहीं अपनानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बरकरार रखा जाए.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों और भारतीय तिरंगे के अपमान की खबरों के बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के पोस्टर पश्चिम बंगाल में सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिसमें उनकी तस्वीर के पास अपमानजनक शब्द लिखे हुए हैं. ये पोस्टर कथित तौर पर सिलीगुड़ी नगर निगम भवन और उत्तर बंगाल के व्यस्त शहर के अन्य हिस्सों के पास देखे गए. इसके बाद इसकी तस्वीरें तुरंत सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गईं. हालांकि पीटीआई का कहना है कि वह स्वतंत्र रूप से इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका.
जिले के एक अधिकारी ने कहा कि पोस्टरों की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. अधिकारी ने कहा, ‘हम इसकी जांच कर रहे हैं कि क्या किसी अन्य देश के खिलाफ आपत्तिजनक संदेश वाले ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. अगर हमें कुछ मिलता है, तो प्रशासन उन्हें हटाने के लिए उचित कार्रवाई करेगा.’