बिलासपुर: सरकंडा थाना क्षेत्र के लगरा गांव के रहने वाले संतोष केवट का जमीन बिक्री को लेकर अपने चचेरे भाइयों से विवाद चल रहा है. करीब 10 साल पहले संतोष केवट और छतलाल केवट ने मिलकर अपने चचेरे भाई तिलक केवट की हत्या कर दी थी. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों जेल में सजा काट रहे थे. जेल से छूटकर बाहर आने के बाद पहले की तरह जीवन जी रहे थे.
जमीन विवाद में भतीजों ने चाचा का किया मर्डर: इसी दौरान मृतक तिलक केवट के बेटे हेमंत केवट, धर्मेंद्र केवट और जितेंद्र केवट को पिता के हत्यारे गांव में घूमते देखना रास नहीं आया, तीनों भाइयों ने मिलकर पिता की हत्या का बदला लेने का प्लान बनाया. सोमवार को छतलाल अपने काम के पैसे लेने जा रहा था, तभी हेमंत, धर्मेंद्र और जितेंद्र ने लाठी डंडे और फरसा से उस पर हमला कर दिया. इससे छतलाल गंभीर रूप से घायल हो गया. मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
बिलासपुर पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया, 1 फरार: घटना के अंजाम देने के बाद तीनों भाई मौके से फरार हो गए. हत्या की सूचना मिलने पर मोपका पुलिस मौके पर पहुंची. आरोपियों की तलाश में जुट गई. मामले में सीएसपी सिद्धार्थ बघेल ने बताया “मृतक और आरोपी एक ही परिवार के हैं. जमीन को लेकर उनके बीच विवाद चल रहा है. छतलाल और संतोष ने मिलकर तिलक केवट की हत्या की थी. उसके बाद हत्या का बदला लेने तिलक केवट के बेटों ने छतलाल की हत्या कर दी. पुलिस ने छतलाल की हत्या के दो आरोपियों हेमंत केवट और धर्मेंद्र केवट को गिरफ्तार कर लिया है. जितेंद्र केवट फरार है, उसकी तलाश जारी है.”