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सिगरेट से छुटकारा पाने के लिए शख्स ने पिंजरे में लॉक किया अपना सिर, पत्नी को दे दी चाबी, जानें फिर क्या हुआ  

Man Locked His Head In Cage: नशे की लत से आज पूरी दुनिया परेशान है. भारत की बात करें तो इसमें पंजाब का नाम सबसे पहले आता है. नशा छुड़ाने के लिए सरकार ने नशा-मुक्ति केंद्र तक खोले हुए हैं. वहीं, नशे और धूम्रपान से पीड़ित व्यक्ति को समाज के लिए जहर माना जाता है. नशे की लत ने ना जाने कितने घरों और परिवारों को उजाड़ दिया है. नशा छुड़ाने के लिए ना सिर्फ पीड़ित बल्कि उसके परिजन भी खूब संघर्ष करते हैं. धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है, बावजूद इसके लोग इसे नहीं छोड़ते हैं. वहीं, आज से 11 साल पहले धूम्रपान की लत छुड़ाने के लिए एक शख्स ने खुद के साथ बड़ा एक्सपेरिमेंट किया था. कहते हैं किसी भी चीज को करने के लिए हिम्मत और विल पावर होनी चाहिए. कुछ ऐसा ही किया था इस शख्स ने.

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शायद ही आपको याद हो, आज से लगभग 11 साल पहले, एक शख्स ने धूम्रपान छोड़ने की कोशिश की थी. इस शख्स ने धूम्रपान छोड़ने के लिए अपने पूरे सिर को एक पिंजरे से कैद कर लिया था. यह खबर पूरी दूनिया में खूब सुर्खियों में आई थी. यह कारनामा तुर्की के इब्राहिम युसेल ने किया था. इब्राहिम ने धूम्रपान छोड़ने के लिए हेलमेट की शेप का धातू से बने एक पिंजरे से अपने पूरे सिर को कवर किया था. साल 2013 की बात है, जब खबरों में बताया गया था कि इब्राहिम 26 साल से स्मोकिंग कर रहे थे. कई कोशिशों के बाद भी इब्राहिम अपनी इस लत से बाहर नहीं आ पा रहे थे और वह दिन में सिगरेट के दो पैकेट फूंक देते थे.

हर साल, अपने तीनों बच्चों के जन्मदिन पर और अपनी शादी की सालगिरह पर वह सिगरेट छोड़ने का वादा करता था, लेकिन उसकी यह कोशिश हर बार नाकाम होती थी. वहीं, इस शख्श ने आखिर में अपने सिर को पिंजरे में कैद करना ही सही समझा और इसकी चाबी अपनी पत्नी को थमा दी. वहीं, इसके कई वीडियो और तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, लेकिन इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है कि क्या आज 11 साल बाद इब्राहिम को स्मोकिंग से छुटकारा मिला है या नहीं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में हर साल 80 लाख से भी ज्यादा लोग तंबाकू के सेवन से अपनी जान गवां रहे हैं. इसमें ज्यादातर मौतें निम्न और मध्यम आय वाले देशों में हो रही हैं. बता दें, तंबाकू उनके लिए भी हानिकारक है, जो स्मोकिंग नहीं करते हैं. दरअसल, धूम्रपान करने वाले के संपर्क में आने से अन्य व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे हर साल 1.2 मिलियन मौतें हो रही हैं. लगभग आधे बच्चे तंबाकू के धुएं से प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं और हर साल 65 हजार बच्चे धुएं के संपर्क में आने से होने वाली बीमारियों के कारण मर जाते हैं. वहीं, गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने से शिशुओं में जीवन भर के लिए कई स्वास्थ्य तकलीफ पैदा हो रही हैं.

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