दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने नशामुक्ति अभियान को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. बुधवार, 9 जुलाई को पूर्वी दिल्ली में एक समीक्षा बैठक में उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पूरी तरह से बैन लगाने के निर्देश दिया है. इस बैठक में जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी और एनजीओ प्रतिनिधि शामिल हुए थे.
मंत्री ने नशे पर नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने डार्क स्पॉट्स, पार्कों और सार्वजनिक शौचालयों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए है. जहां नशे का सबसे ज्यादा उपयोग होने की आशंका रहती है. इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल स्टोर्स और अन्य जगहों पर नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की बिक्री पर भी सख्ती बरतने को कहा है जिससे इस पर पूरी तरह से बैन लगाया जा सके.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
रविन्द्र इंद्राज ने जोर देकर कहा कि ‘युवाओं को नशे की लत से बचाना हमारी प्राथमिकता है. स्कूल-कॉलेजों के पास तंबाकू की बिक्री पर रोक महत्वपूर्ण कदम है. पुलिस और शैक्षणिक संस्थान जनसहयोग से इसे लागू करें. ताकि आने वाली पीढ़ी को नशाखोरी से बचाया जा सके.’ बैठक में पार्कों में ओपन जिम शुरू करने, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, नए डिएडिक्शन सेंटर खोलने और जागरूकता अभियानों पर भी चर्चा हुई है. खास तौर पर अभिभावकों को बच्चों में नशे के लक्षण पहचानने के लिए जागरूक करने पर जोर दिया गया है.
मारी कोशिश है सभी विश्वविद्यालयों में ड्रग-फ्री जोन बने: मंत्री
मंत्री ने दिल्ली के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों से नशा मुक्ति क्लब बनाने और परिसर को ड्रग-फ्री घोषित करने का आग्रह किया है. इसके साथ ही स्कूलों में एक शिक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त करने और छात्रों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताने की योजना पर भी बात हुई है. उन्होंने स्कूल-कॉलेजों में वॉलंटियर्स तैयार करने के निर्देश दिए है. जो प्रभावित क्षेत्रों में डोर-टू-डोर जाकर जागरूकता फैलाएंगे. मंत्री ने कहा कि ‘नशा केवल एक सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के भविष्य का सवाल भी है. हम इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.’