किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 70 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. डल्लेवाल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे और अब तक बैठे हुए हैं. इन 70 दिनों में 70 वर्षीय कैंसर के मरीज डल्लेवाल की हालत बिगड़ती जा रही है. उनके शरीर से जैसे मांस बिल्कुल गायब हो चुका है.
इस बीच किसान संगठनों ने आंदोलन को नई धार देने की योजना बना ली है. किसान यूनियनों ने 11 फरवरी को राजस्थान में, 12 फरवरी को खनौरी मोर्चे पर और 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर तीन अलग-अलग किसान महांपचातें बुलाई हैं.
किसान नेताओं से जुटने की अपील
किसान यूनियन अब सरकार पर दबाव बनाकर अपनी मांगें पूरी कराने की तैयारी में जुटे हैं. इसके लिए किसान नेताओं ने कार्यकर्ताओं से बड़ी तादाद में जुटने की अपील की है.
खेत से जल लेकर खनौरी बॉर्डर जाएंगे
किसान अब अलग-अलग तारीखों में अपने खेत का जल लेकर भी डल्लेवाल के पास पहुंचने की योजना बना रहे हैं. इस पहल की शुरुआत किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ कर रहे हैं, जिसमें किसान खेत से जल लेकर 4, 6, 8, 10 और 12 फरवरी में से किसी एक दिन खनौरी मोर्चे पर पहुंचेंगे.
सम्मान की लड़ाई बन गया आंदोलन
किसानों का कहना है कि यह आंदोलन अब उनके हक और सम्मान की लड़ाई बन गया है. क्योंकि आंदोलन के लिए ही डल्लेवाल पिछले 70 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं.
मांगें पूरी होने पर टूटेगा अनशन
बताया जा रहा है कि 11 फरवरी को राजस्थान में महापंचायत होने वाली है, जिसे डल्लेवाल वर्चुअली संबोधित करेंगे. इसके अगले ही दिन 12 फरवरी खनौरी बॉर्डर पर भी एक महापंचायत होनी है, जिसमें डल्लेवाल खुद मौजूद रहेंगे.