यूपी के कानपुर से लूट की एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां घर में घुसे एक लुटेरे ने पहले महिला के पैर छुए फिर बेटी के कैंसर पेशेंट होने की फर्जी कहानी बताई और आखिर में गर्दन पर चाकू रख कैश, जेवर-लैपटॉप आदि लूटकर फरार हो गया. फिलहाल, शिकायत मिलने के बाद पुलिस लुटेरे की तलाश में जुट गई है. मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
गौरतलब है कि अमूमन लुटेरे जब कहीं लूटपाट करने जाते हैं तो घरवालों को धमका कर या प्रताड़ित कर वारदात को अंजाम देते हैं. लेकिन कानपुर में एक लुटेरे ने लूट के साथ-साथ इमोशनल कार्ड भी खेल दिया. उसने कानपुर यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहने वाली एक महिला प्रोफेसर के घर में घुसकर पहले उसके पैर छुए फिर उससे कहा कि मेरी बेटी को कैंसर है और मैं चोर नहीं हूं.
यह कहकर उसने सीएसजेएमयू के शिक्षा विभाग (बीएड) में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कल्पना अग्निहोत्री की गर्दन पर चाकू रखा और उनका पैसा, जेवर, लैपटॉप आदि लूटकर नौ-दो-ग्यारह हो गया. उसके पैर छूने का अंदाज जिस तरह था कि महिला प्रोफेसर को भी लगा कि शायद वो कोई जरूरतमंद रहा होगा. मगर घटना के दो दिन बाद उन्होंने पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की. फिलहाल, पुलिस अब लुटेरे की तलाश में लग गई है. कानपुर यूनिवर्सिटी के अंदर इस तरह की यह पहली बार बात है, जिससे वहां के निवासी हैरत में हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कानपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में नकाबपोश बदमाश ने महिला प्रोफेसर के गले में चाकू लगाकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया. लूट के दौरान उसने कहा कि अगर विरोध किया तो तुम्हें और तुम्हारे बेटे को मार डालूंगा. इसके बाद जेवरात, कैश, लैपटॉप और फोन समेत अन्य कीमती सामान लूटकर आराम से भाग निकला. लूट के दौरान उसने महिला प्रोफेसर के पैर छुए और बताया कि मेरी बेटी को कैंसर है और पैसे की जरूरत है.
अब पीड़ित प्रोफेसर के पति ने कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. प्रोफेसर कल्पना अग्निहोत्री के पति अनूप कुमार तिवारी कन्नौज में डीजीसी हैं. कल्पना ने बताया कि वह यूनिवर्सिटी कैंपस में ग्राउंड फ्लोर स्थित शिक्षक आवास टाइप-3, फ्लैट नंबर 4 में परिवार के साथ रहती हैं. उन्होंने बताया कि ससुर की मौत के बाद पति कन्नौज में ही रहते हैं और हर रविवार कानपुर आते हैं. यहां वह बेटे के साथ रहती हैं. 14 जुलाई, रविवार सुबह साढ़े छह बजे बेटा बाहर से कुंडी लगाकर रोज की तरह मॉर्निंग वॉक पर गया था.
इसी बीच एक नकाबपोश बदमाश घर में घुसा और गले पर चाकू रख जेवर, नगदी मांगने लगा. विरोध करने पर मुझे और मेरे बेटे को जान से मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं बदमाश ने पैर छुए कहा कि मेरी बेटी को कैंसर है, उसके इलाज के लिए पैसों की सख्त जरूरत है. एक बार तो मुझे भी लगा कि शायद वो जरूरतमंद है लेकिन फिर मुझे लगा वह लुटेरा ही है.
प्रोफेसर ने कहा कि उन्हें कैश और जेवरात जाने का गम नहीं है, मगर उनके मोबाइल और लैपटॉप में बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट थे, जिसे बदमाश लूट ले गया. उन्होंने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से लैपटॉप और मोबाइल तलाश कर देने और वारदात का खुलासा करने की गुजारिश की है.