ब्यावर/रायपुर: क्षेत्र में मानसून के चलते नदियों से बजरी खनन पर प्रशासन ने सख्त रोक लगा रखी है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट नजर आ रही है. कस्बे और आस-पास के इलाकों में अवैध बजरी खनन का धंधा खुलेआम चल रहा है. शुक्रवार देर रात इसी अवैध गतिविधि के चलते लूणी नदी में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज बहाव में फंस गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन चालक और अन्य लोग उसे निकालने की कोशिश करते रहे, लेकिन पानी का बहाव और गहरा गड्ढा बाधा बन गया. अंततः ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में लगभग डूब गई. सौभाग्यवश, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह हादसा प्रशासन की तैयारियों और निगरानी पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. घटना की जानकारी मिलते ही शनिवार सुबह पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर के मालिक की पहचान कर उससे संपर्क साधने का प्रयास किया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ट्रैक्टर रात के अंधेरे में नदी में क्या कर रहा था.
इससे पहले बुधवार को ही जिला कलेक्टर ने अधिकारियों की बैठक लेकर मानसून में अवैध खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके, अवैध खनन न केवल जारी है, बल्कि इसने जानलेवा रूप भी ले लिया है.
स्थानीय ग्रामीणों ने जताया रोष
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई के चलते क्षेत्र में अवैध खनन लगातार बढ़ रहा है। नदियों का प्राकृतिक प्रवाह बाधित हो रहा है, जिससे भविष्य में गंभीर पर्यावरणीय संकट खड़ा हो सकता है.
क्या कार्रवाई होगी?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है. क्या ट्रैक्टर मालिक और संबंधित खनन माफियाओं पर सख्त कार्यवाही होगी या फिर यह घटना भी बाकी मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगी?