कातरखेड़ा में नर्मदा नदी में डूबने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। यह हादसा बुधवार सुबह करीब 8 बजे यहां से 10 किमी दूर कातरखेड़ा में हुआ, जहां छोटे भाई को नर्मदा में डूबता देख बड़े भाई ने उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी, लेकिन दोनों ही डूब गए।
दोनों भाई डही के धरमराय रोड़ निवासी होकर वर्तमान में अपने पिता के साथ आलीराजपुर रहते हुए पढ़ाई कर रहे थे। वे अपनी दादी के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में डही आकर रिश्तेदारों के साथ कातरखेड़ा नर्मदा नदी पहुंचे थे। ऊपरी बांधों से पानी छोड़े जाने और बारिश के कारण नर्मदा में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर था।
जानकारी के अनुसार, आकाश (13 वर्षीय) पुत्र मुकेश सस्त्या और हिमेश (19 वर्षीय) पुत्र मुकेश सस्त्या अपनी दादी वाकली बाई के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में अपनी माता के साथ डही आए हुए थे। दोनों भाई अपने 10-12 रिश्तेदारों के साथ बुधवार सुबह 8 बजे नर्मदा तट कातरखेड़ा पहुंचे थे।
अस्थि विसर्जन और मुंडन संस्कार के दौरान आकाश गहरे पानी में नहाने चला गया। इस बीच वह डूबने लगा तो उसे बचाने उसका बड़ा भाई हिमेश भी नर्मदा में कूद गया। लेकिन दोनों ही सगे भाई गहरे पानी में डूब गए। दादा कालू सिंह ने दोनों को बचाने का बहुत प्रयास किया। उसके बाद मौजूद परिजनों ने शवों को बाहर निकाला।
सुबह 9 बजे बाद दोनों भाई को डही अस्पताल लाया गया। बीएमओ डॉ विजय अहरवाल ने बताया कि दोनों भाई को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था, जिसके बाद दोनों भाइयों का दोपहर 12:30 बजे तक पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंपे गए।
घर के दोनों चिराग बुझ गए, शोक में डूबा डही
इधर इस हृदय विदारक घटना के बाद नगर में शोक की लहर छा गई। परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। दोनों भाइयों के पिता मुकेश होमगार्ड के पद पर आलीराजपुर में पदस्थ होते हुए घटना वाले दिन इंदौर में प्रशिक्षण पर थे, जिसकी उन्हें सूचना दी गई।