Madhya Pradesh: मैहर रेलवे स्टेशन पर दो दिन पहले सिग्नल देखने में हुई गफलत की वजह से लखनऊ-जबलपुर चित्रकूट एक्सप्रेस डेड एंड तक पहुंच गई और उसका एक पहिया पटरी से उतर गया था, इस चूक के लिए डीआरएम ने गुरुवार को 5 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.
यह था मामला
जानकारी के अनुसार, मैहर स्टेशन पर सोमवार-मंगलवार की रात एक बड़ी रेल दुर्घटना टल गई, प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर खड़ी लखनऊ-जबलपुर चित्रकूट एक्सप्रेस के लोको पायलट ने वाराणसी-मंडपम एक्सप्रेस के सिग्नल को अपनी ट्रेन के लिए समझ लिया.
रात करीब 2:20 बजे लोको पायलट ने ट्रेन आगे बढ़ा दी। ट्रेन डेड एंड तक पहुंच गई और इंजन का एक पहिया पटरी से उतर गया। आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम की वजह से स्टेशन मैनेजर और जबलपुर स्थित कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना मिल गई। इस घटना के कारण ट्रेन करीब 4 घंटे की देरी से जबलपुर पहुंची.
लापरवाही बरतने पर 5 कर्मचारी सस्पेंड, जबलपुर जोन के सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि, इस गंभीर चूक के लिए 5 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इनमें लोको पायलट बालाजी गुप्ता, सहायक लोको पायलट सूर्यकांत द्विवेदी, ट्रेन मैनेजर कृष्ण कुमार और दो लोको इंस्पेक्टर अशोक कुमार व बी. के. मिश्रा शामिल हैं, रेलवे प्रशासन ने सभी निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है.