“पोषण भी-पढ़ाई भी अभियान” के लिए 1869 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

डिंडौरी : आंगनबाड़ी केंद्रों में क्रियान्वित होने वाले “पोषण भी-पढ़ाई भी” अभियान के लिए जिले की 1869 आंगनबाड़ी केन्द्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आज से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण की निगरानी एवं मूल्यांकन कलेक्टर द्वारा किया जाएगा. तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रथम सत्र 24 मार्च से 26 मार्च तक सभी 7 बाल विकास परियोजना मुख्यालय में 19 बैच मे आयोजित किए जा रहे हैं.

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जिसमें आज प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में “पोषण भी पढाई भी” टाईटल का परिचय कराया गया। प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ईसीसीई गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये प्रशिक्षकों को प्रक्टिकली जानकारी दी गई. प्रशिक्षण में आवश्यक संसाधनः पीपीटी, वीडियो, प्रोजेक्टर, स्क्रीन, स्पीकर की मदद से प्रशिक्षण को सहज बनाया गया और कार्यकर्ताओं को सहजता से समझाया भी जा सका. प्रशिक्षण में कार्यकर्ताओं को क्विज भी दिया गया, जो बच्चों के मस्तिष्क और उर्जा को परखने के लिये है.

इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री श्याम सिंगौर ने बताया कि भारत सरकार के पोषण भी पढ़ाई भी अभियान आंगनवाड़ियों में 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए नवचेतना, अनौपचारिक शिक्षा एवं दिव्यांगता चिन्हांकन से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है. इससे बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा.

 

नवचेतना के तहत जन्म से 3 वर्ष के बच्चों को सीखने, समझने एवं बाल मस्तिष्क विकास की संपूर्णता के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया जा रहा है. अनौपचारिक शिक्षा में 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए खेल-खेल में सहज, सरल तरीके से शालापूर्व तैयारी को सुद्रण करने के लिए इन तीन दिवसीय प्रशिक्षण में दिया जायेगा.

प्रशिक्षण संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण मापदंडों के अनुरूप दो सत्रों मे आयोजित किया जा रहे हैं. जिसमें से प्रथम सत्र 24 से 26 मार्च तक होगा. प्रशिक्षण की निगरानी के लिए संचालनालय से भी अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है.

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