परिवहन मंत्री के सामने जमकर उड़ाई गयी परिवहन नियमों की धज्जियां, समर्थक ने माइक से चिल्लाकर कहा कोई कार्यवाही नही होगी

 

यूपी के बलिया में महावीरी झंडा जुलूस के नाम पर जमकर परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाई गयी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ताख पर रखते हुए ध्वनि प्रदूषण किया गया.

आप को बताते चले कि 9 अगस्त को पूरे देश मे रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया वही बलिया में भव्य ऐतिहासिक महावीरी झंडा जुलूस का आयोजन किया गया. हर साल नगर के आधे दर्जन से अधिक आयोजकों के द्वारा जुलूस निकाल कर पूरे नगर का भ्रमण किया जाता है. इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मूड में होती है. प्रशासन पूर्व में ही आयोजकों के साथ बैठक कर कानून का उलंघन नही करने की नसीहत देती है ताकि नगर के लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो और सौहाद्र कायम रहे. 

लेकिन बलिया में होने वाले इस आयोजन को देख ये साफ हो जाता है कि न तो यहां किसी को प्रशासन का डर है न ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का कोई मतलब-माईने. देर रात तक बलिया सदर विधायक अपने समर्थकों के साथ महावीरी झंडा जुलूस के साक्षी बने जिनका साथ नगर के सिटी मजिस्ट्रेट और नगरपालिका परिषद के ईओ ने दिया मंत्री जी के सामने ही जुलूस में शामिल डीजे संचालकों द्वारा न केवल जमकर ध्वनि प्रदूषण किया गया बल्कि परिवान नियमों की भी धज्जियां उड़ाई गयी.

इसी बीच ‘एक अयोजक ने कहा मंत्री जी हमारी गाड़ी प्रशासन सीज कर सकती है वही मंत्री के ठीक बगल में बैठे उनके समर्थक एक समर्थक ने कहा कोई कार्यवाही नही होगा, मंत्री जी ने कहा है.’ जुलूस भ्रमण से पूर्व ही प्रशासन के द्वारा शहर की बिजली गुल कर दिया गया नतीजन देर रात तक उमस भरी गर्मी में जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम करती दिखी. बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग अपने घर के बाहर टहलते दिखे, एक तरफ ऊंचे-ऊंचे मकानों के बीच से गुजरने वाले अनगिनत डीजे की तेज ध्वनि मानो घर को भूकम्प के झटके दे रहे हो, वही दूसरी तरफ सुबह से देर रात तक बिजली गुल जनता को बेचैन कर रही थी. 

महावीरी झंडा जुलूस को देखने और आयोजकों का हौंसला बढ़ाने के लिए नगर के विश्नीपुर बने मंच पर बैठे ताली बजा रहे परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, ने बीते कुछ दिन पहले बहेरी कटहल नाले पर बने नए पुल का फीता नही काटा तो पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पर जमकर बरस पड़े और खरी खोटी सुना दी. जबकि ध्वस्त हो रहे पुराने पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए जनता के हित मे नए पुल पर आवागमन शुरू किया गया ताकि कोई अनहोनी घटना न हो और जब परिवहन मंत्री के सामने ही ध्वनि प्रदूषण और परिवहन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी, लोग बिना बिजली के अपने घरों में गर्मी से तड़प रहे थे तो मंत्री जी मंच से ताली बजा रहे थे, तो फिर वो नियम और कानून कहा गए जिसका बीच-बीच मे मंत्री जी स्वयं लोगों को जागरूक कर एक सभ्य समाज की कल्पना करते है ?

मंत्री जी सायद भूल गए कि बलिया नगर के गार्जियन (मुखिया) होने के साथ ही पूरे प्रदेश के परिवहन विभाग के भी गार्जियन (मुखिया) है जिनपर जनता विश्वास और उम्मीदें करती है. 

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