महाराष्ट्र: भंडारा में कपड़े की लॉन्ड्री में मिला ‘खजाना’, 5 करोड़ कैश जब्त; 10 आरोपी गिरफ्तार

महाराष्ट्र के भंडारा जिले के एक कपड़े की लॉन्ड्री से 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त होने के बाद पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह घटना मंगलवार को हुई थी, जब पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया और संदिग्ध नकदी को जब्त किया. पहले 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि मंगलवार को दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.

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मामले की जानकारी देते हुए भंडारा जिले के एसपी नूरुल हसन ने बताया कि यह नकदी एक कॉरपोरेट बैंक की तुमसर शाखा से लाई गई थी. इस रकम को एक इंटर स्टेट गिरोह द्वारा धोखाधड़ी से निकाला गया था. बैंक अधिकारियों, विशेष रूप से शाखा प्रबंधक गौरीशंकर धोकचंद्र और संचालन प्रमुख विशाल ठाकुर पर आरोप है कि वे मनी लांड्रिंग में शामिल थे.

बैंक अधिकारियों की भी भूमिका

इन लोगों ने आम जनता का पैसा निकालकर इसे लॉन्ड्री में जमा करवा दिया. इसके बाद इन पैसों को राज्य से बाहर के गिरोह को सौंपा जाना था. पुलिस के मुताबिक, यह नकदी एक इंटर स्टेट मनी लांड्रिंग स्कीम का हिस्सा थी, जिसके तहत छत्तीसगढ़ और गोंदिया में पैसे दोगुना करने का काम किया जा रहा था. यह गिरोह आम जनता के पैसों को लेकर उन्हें डबल करने का लालच देता था, और इस धोखाधड़ी में बैंक अधिकारियों की भी भूमिका थी.

ईडी और आरबीआई भी करेंगी जांच

आरोपी बैंक अधिकारियों ने इस पैसे को लॉन्ड्री में रखा, जहां से इसे अन्य ठिकानों पर भेजा जाना था. संगठित अपराध के इस मामले की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ED), आयकर विभाग और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी दे दी गई है. इन एजेंसियों ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है, जिससे मामला और भी जटिल हो सकता है. भंडारा पुलिस ने मामले के खुलासे के बाद कहा कि इन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

रैकेट में शामिल लॉन्ड्री मालिक गिरफ्तार

नकदी जब्त होने के बाद, पुलिस ने यह भी बताया कि इस रैकेट में शामिल एक लॉन्ड्री मालिक भी हिरासत में लिया गया है. यह छापेमारी एक गुप्त सूचना पर की गई थी, जिसमें पुलिस को जानकारी मिली थी कि इस नकदी का लेन-देन लॉन्ड्री से किया जाएगा. जब पुलिस ने छापेमारी की, तो 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई और अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी कई अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है. पुलिस का मानना ​​है कि यह गिरोह कई राज्यों में मनी लांड्रिंग का काम कर रहा था, और इस मामले में और भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.

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