अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में रामलला का दरबार न सिर्फ आस्था का केंद्र बन चुका है, बल्कि आर्थिक समृद्धि का भी प्रतीक साबित हो रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 327 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है. इसमें 153 करोड़ रुपये श्रद्धालुओं से मिले दान हैं, जबकि 173 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में ट्रस्ट के खाते में जुड़े.
पांच महीने (1 अप्रैल से 31 अगस्त) में ही मंदिर ट्रस्ट की कमाई 104.96 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. इसमें 20.86 करोड़ रुपये दान पात्र से, 6.20 करोड़ दान काउंटर से, और 3.76 करोड़ रुपये ऑनलाइन माध्यमों से प्राप्त हुए.
राम मंदिर निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है. दिसंबर तक शिखर सहित परकोटा और फिनिशिंग का कार्य पूरा होने की उम्मीद है. परिसर में रामलला के साथ राम दरबार, सूर्य देव, अन्नपूर्णा और हनुमान जी के मंदिर भी बनेंगे. मंदिर के चारों ओर बनने वाले भव्य परकोटे का लगभग 20 प्रतिशत काम अभी बाकी है.
अयोध्या हर दिन हजारों श्रद्धालुओं से गुलजार रहती है. भक्त दान में सिर्फ नकद ही नहीं, बल्कि सोना-चांदी जैसे आभूषण भी चढ़ा रहे हैं. एक साल की कमाई ने साफ कर दिया है कि आस्था के संग विश्वास का यह मंदिर ट्रस्ट को आर्थिक मजबूती भी दे रहा है.