उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमानों का ट्रायल शुरू हो गया है. आज इंडिगो का पहला विमान उतरा है. विमान का वॉटर कैनन से स्वागत किया गया. पहली लैंडिंग के साथ ही जेवर एयरपोर्ट कॉमर्शियल सेवाओं के लिए तैयार हो गया है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सभी सुरक्षा जांच के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान की पहली लैंडिंग की इजाजत दी है.
DGCA ने इस एयरपोर्ट का परीक्षण किया था, जिसके बाद हरी झंडी मिलने के बाद आज पहले विमान की लैंडिंग कराई गई. इंडिगो की ये फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से उड़ान भरी थी और करीब 10 मिनट में जेवर एयरपोर्ट पहुंच गई.
#WATCH | Uttar Pradesh: Noida International Airport Limited (NIAL) conducts the first flight validation test for Noida International Airport ahead of the airport’s commercial opening in April 2025. pic.twitter.com/C3axT4mZeH
— ANI (@ANI) December 9, 2024
आज का दिन ऐतिहासिक है- नागरिक उड्डयन मंत्री
जेवर एयरपोर्ट पर विमानों के ट्रायल पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं. जेवर एयरपोर्ट देश के सबसे प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट में एक है. वैलिडेशन फ्लाइट लैंड हो चुका है. मंत्रालय से जितना सहयोग हो पाएगा हम करेंगे. इस प्रोजेक्ट में किसी तरह का हादसा नहीं हुआ ये अपने आप पर बहुत बड़ी उपलब्धि है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई देश में एयरपोर्ट की संख्या दुगनी से भी ज्यादा हो गई है. यूपी में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट अब हो गया है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद सिर्फ जेवर ही नहीं इस पूरे इलाके में विकास की रफ्तार तेज होगी. एयरपोर्ट की शुरुआत होने से इस इलाके में पड़े पैमाने पर रोजगार के मौके मिलेंगे.
लैंड करने वाली फ्लाइट में यात्री नहीं थे
जेवर एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले विमान के पायलट और ATC के बीच बारीकी से ध्यान रखा गया. सभी तरह की सुरक्षा जांच के बाद हरी झंडी मिलने के बाद विमान रनवे पर लैंड किया. आज का ट्रायल सफल होने पर अप्रैल से जेवर एयरपोर्ट को कॉमर्शियल उड़ानों के लिए खोल दिया जाएगा. आज लैंडिंग करने वाली फ्लाइट में कोई यात्री नहीं थे. विमान में सिर्फ चालक दल के सदस्य ही थे.
जेवर एयरपोर्ट का रनवे करीब 3.9 km लंबा
जेवर एयरपोर्ट के रनवे को काफी खास तरह से बनाया गया है. रनवे को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से बनाया गया है. जेवर एयरपोर्ट का रनवे करीब 3.9 किलोमीटर लंबा है. इसे 10 से 28 तक की संख्या दी गई है. एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ स्नेलमैन का कहना है कि आज का ट्रायल सफल रहता है तो फिर किसी और वैलिडेशन की जरूरत नहीं होगी.
जेवर उत्तर प्रदेश का पांचवां इंटरनेशनल एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश का पांचवां इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. इसके शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश में कुल पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हो जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2021 को इस हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी. यह दिल्ली-एनसीआर का तीसरा कमर्शियल एयरपोर्ट होगा, जो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) और हिंडन क्षेत्रीय एयरपोर्ट के बाद बनकर तैयार होगा.
जेवर एयरपोर्ट की सफलता पर केंद्रीय मंत्री ने जताई खुशी
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने जेवर एयरपोर्ट पर वैलिडेशन फ्लाइट की सफल लैंडिंग को ऐतिहासिक करार दिया. उन्होंने इसे देश के सबसे प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट्स में से एक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी होने की सराहना की. मंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट की शुरुआत होने से इस इलाके में पड़े पैमाने पर रोजगार के मौके मिलेंगे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद सिर्फ जेवर ही नहीं इस पूरे इलाके में विकास की रफ्तार तेज होगी.