छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में 30 जून को फेरी वाले ने घर में घुसकर युवती से रेप की कोशिश की थी। इस मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोपियों का बचाव करते हुए उन्हें निर्दोष बताया था। सांसद के बयान पर आदिवासी समाज के लोगों को गुस्सा फूट पड़ा। गुरुवार को समाज के लोगों ने महुआ मोइत्रा का पुतला फूंका।
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बंगा राम शोरी और युवा प्रभाग के अध्यक्ष यतींद्र सलाम ने कहा कि, बस्तर की बहन-बेटियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बाहरी लोग अक्सर बेटियों को बहला-फुसलाकर दूसरे राज्यों में ले जाते हैं। वहां उनका शोषण किया जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे बस्तर को बांग्लादेश नहीं बनने देंगे।
ये है पूरा मामला
बता दें कि 30 जून को कोतवाली थाना क्षेत्र में दो फेरी वाले घर में घुसे और युवती के साथ जबरदस्ती की कोशिश की थी। घटना के समय युवती घर पर अकेली थी। युवती की चीखें सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रही महिलाएं मौके पर पहुंचीं। इसके बाद उन्होंने आरोपी आदिल (27) को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था।जबकि दूसरा भाग निकला। आरोपी आदिल यूपी के मेरठ का रहने वाला है।