रीवा: जिले के सेमरिया थाना पुलिस पर ट्रक मालिकों ने रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगाया है. ट्रक मालिकों का कहना है कि जब्त किए गए ट्रकों को छोड़ने के एवज में पुलिस द्वारा अवैध रूप से धनराशि की मांग की गई. इस संबंध में ट्रक मालिकों ने आज डीआईजी कार्यालय पहुंचकर सेमरिया पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की है.
क्या है पूरा मामला
सेमरिया थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले लेटराइट से भरे तीन ट्रकों को जब्त कर लिया था और मामले को सिरमौर न्यायलय में प्रस्तुत किया. ट्रक मालिकों ने कोर्ट में अपने वाहनों को छुड़ाने के लिए आवेदन दिया, जिस पर अदालत ने ट्रकों को सुपुर्द करने का आदेश जारी किया.
हालांकि, ट्रक मालिकों का आरोप है कि कोर्ट के आदेश के बावजूद सेमरिया थाना पुलिस ने उनके ट्रक नहीं छोड़े. ट्रकों को छोड़ने के लिए उनसे जबरन रिश्वत मांगी गई. ट्रक मालिकों के अनुसार, उन्होंने पहले ही एक व्यक्ति के खाते में निर्धारित राशि ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन फिर भी पुलिस ने वाहनों को नहीं छोड़ा और अतिरिक्त धनराशि की मांग की है.
इस मामले में पुलिस का कहना है कि न्यायालय ने ट्रकों को सुपुर्द करने का आदेश दिया था, लेकिन उनमें लदे लेटराइट को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया. इसी कारण वाहनों को छोड़ने में देरी हुई और मामला पुनः अदालत में भेज दिया गया.
डीआईजी कार्यालय में शिकायत
इस पूरे मामले को लेकर ट्रक मालिक डीआईजी कार्यालय पहुंचे और सेमरिया थाना पुलिस के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जब्त ट्रकों को जल्द से जल्द छोड़ने की मांग की. ट्रक मालिकों का कहना है कि यह मामला केवल रिश्वतखोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें प्रशासनिक लापरवाही और आदेशों की अवहेलना भी शामिल है.
इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यदि ट्रक मालिकों के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह कानून व्यवस्था और न्यायिक आदेशों की अनदेखी का गंभीर मामला होगा. फिलहाल, डीआईजी कार्यालय में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है.