ग्वालियर में तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को रौंद दिया। हादसे में ऑटो की पिछली सीट पर बैठे पति-पत्नी, बेटे और 7 साल की भतीजी की मौत हो गई. ऑटो चला रहा भाई रोड पर दूर फिंका गया. पुलिस को ऑटो से चारों शव निकालने के लिए आधा घंटे से ज्यादा समय लग गया.
हादसा गुरुवार सुबह 3 से 4 बजे के एबी रोड पर पुरानी छावनी में हुआ. घटनास्थल पर ट्रक खड़ा मिला, लेकिन इसका ड्राइवर फरार है. बानमोर (मुरैना) का रहने वाला परिवार बड़ी बेटी के ससुराल मालनपुर (भिंड) में भात देकर लौट रहा था. आज ही बेटी के देवर की बारात और टीका है. मृतकों के नाम नरेश बाल्मीकि (52), पत्नी ऊषा (48), बेटा राहुल (22), भतीजी अंकिता (7) पुत्री मनोज हैं. घायल ऑटो ड्राइवर अजय को जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. अजय, नरेश के रिश्ते का भाई है.
परिवार उनके लौटने का इंतजार कर रहा था
नरेश के दो बेटी-दो बेटे हैं। बड़ी बेटी निशा की ससुराल मालनपुर में है. 10 जुलाई को निशा के देवर की भात की रस्म हो रही थी. इसमें शामिल होकर देर रात 2 बजे सभी मालनपुर से ग्वालियर होते हुए मुरैना के लिए निकले थे. घर पर परिवार उनके लौटने का इंतजार कर रहा था, सुबह 5 बजे पुलिस का फोन उनके पास पहुंचा और घटना का पता लगा. बेटी का घर होने के कारण नरेश और उनकी पत्नी ऊषा ने वहां पानी तक नहीं पीया था.
पेट्रोल पंप की ओर मोड़ा ऑटो, तभी ट्रक ने रौंदा
ग्वालियर-मुरैना रोड (एबी रोड) पर ऑटो जब बायपास स्थित सुसैरा कोठी के पास बंटी ढाबा से आगे पहुंचा, तभी अजय ने पेट्रोल डलवाने के लिए ऑटो पंप की ओर मोड़ दिया. इतने में निरावली पॉइंट की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने ऑटो को रौंद दिया. पुलिस को ऑटो ड्राइवर रोड पर घायल हालत में मिला, बाकी के चारों लोगों की मौत हो चुकी थी.
गुड़गांव में जॉब करते थे नरेश
नरेश गुड़गांव की बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी में जॉब करते थे. पत्नी ऊषा रायरू में एक निजी कॉलेज में कर्मचारी थी. बेटा राहुल भी प्राइवेट नौकरी करता था. घटना की सूचना मिलते ही नरेश के दामाद अजय कुमार तत्काल स्पॉट पर पहुंच गए थे. वहां से सुबह 6 बजे पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे. एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है.