2020 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के बाद दंगे भड़क गए थे. जो बाइडेन की जीत के बाद ट्रंप समर्थकों ने 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर चढ़ाई कर दी थी, अब डोनाल्ड ट्रंप ने सभी दंगाइयों को माफ़ करने की कसम खाई है.
खबर है कि कैपिटल दंगों से संबंधित अपराधों में फंसे 1500 लोगों को डोनाल्ड ट्रंप सत्ता संभालने के बाद माफ कर सकते हैं, जिनमें से लगभग 900 ने अपराधों के लिए दोषी होने की दलील दी है और 600 को जेल की सजा दी गई है, जिसमें कुछ दिनों से लेकर 22 साल तक की सज़ा शामिल है.
ऑफिस संभालते ही करेंगे माफ
NBC के ‘मीट द प्रेस’ शो में ट्रंप ने कहा था कि वे क्षमादान जारी करने के लिए पहले ही दिन काम करने जा रहे हैं, उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने अपराध करने और अधिकारियों पर हमला करने का अपराध स्वीकार किया है, उनके पास कोई विकल्प नहीं था और वे क्षमादान के पात्र होंगे.
दिसंबर में भी टाइम मैगजीन से बात करते हुए उन्होंने कहा था, “और हम इसे बहुत तेजी से करने जा रहे हैं, और यह मेरे पदभार ग्रहण करने के पहले घंटे में ही शुरू हो जाएगा.” साथ ही ट्रंप ने ये भी कहा है कि उनमें से ज्यादातर को जेल में नहीं होना चाहिए… उन्होंने बहुत कष्ट झेले हैं.
आरोपियों के प्रति सहानुभूति
मंगलवार को उन्होंने आरोपियों के प्रति सहानुभूति जताई है. हिंसक अपराधियों को माफ़ करने के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने झूठा दावा किया कि दंगे के दौरान सिर्फ एक शख्स एशली बैबिट की मौत हुई थी, जबकि इस दंगे में तीन अन्य लोगों की भी जान गई थी.
ट्रंप ने बिना किसी सबूत के यह भी कहा कि FBI ने प्रदर्शनकारियों के बीच एजेंट भेजें होंगे. उन्होंने प्रतिवादियों के अधिवक्ताओं द्वारा दिए गए तर्क को दोहराया, जिसमें कहा गया कि अगर दंगाइयों का इरादा विद्रोह भड़काने का था, तो वे बंदूकें लेकर आए होंगे. हालांकि, वकीलों ने कुछ प्रदर्शनकारियों पर कैपिटल परिसर में बंदूकें रखने का भी आरोप लगाया था.