पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लेडी डॉक्टर से दरिंदगी के बाद हत्या के मामले में राजनीतिक दलों पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाया है. ममता ने कहा कि लेडी डॉक्टर के परिवार के साथ खड़े होने के बजाय CPI (M) और बीजेपी सस्ती राजनीति कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि वे यहां बांग्लादेश बना सकते हैं, लेकिन मैं आपको बता दूं, मैं सत्ता की लालची नहीं हूं.
इस केस में ममता सरकार की आलोचना करने वालों पर पलटवार करते हुए सीएम ममता ने कहा कि उन्होंने पूरी रात मामले की निगरानी की और जैसे ही उन्हें इस अपराध के बारे में पता चला, तो उन्होंने पुलिस कमिश्नर और पीड़िता के माता-पिता से बात की. ममता बनर्जी ने पूछा, क्या हमने कार्रवाई नहीं की?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमने क्या नहीं किया? क्या हमने कार्रवाई नहीं की? ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पीड़िता के माता-पिता से कहा कि बलात्कारी को फांसी दी जाएगी और मैं इस पर कायम हूं.
Kolkata | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | West Bengal CM Mamata Banerjee says "On 17th August, there will be a protest march in all the blocks demanding the punishment of the criminal. On 18th August, there will be a demonstration in all the blocks and on… pic.twitter.com/pAX40pEhpu
— ANI (@ANI) August 14, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पूरी रात मामले की निगरानी करती रही, पीड़िता का अंतिम संस्कार होने तक मैं पुलिस के संपर्क में थी. पुलिस ने आरोपी को 12 घंटे में गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कोलकाता पुलिस की सराहना की और कहा कि जांच जल्दी शुरू की गई और 12 घंटे के भीतर पहली गिरफ्तारी की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी पीड़िता के शव को ले गए और DNA टेस्ट, CCTV फुटेज, सैंपल परीक्षण समेत कई गहन जांच की गई.
ममता ने कहा कि कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा मामले में हस्तक्षेप करने के बाद मंगलवार को मामला CBI को सौंप दिया गया. किसी भी जांच के लिए समय देने की जरूरत होती है, मैंने रविवार तक की डेडलाइन तय की थी, क्योंकि उचित जांच के बिना किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि मैं सीनियर और जूनियर डॉक्टरों दोनों का सम्मान करती हूं, मैं उचित जांच के बिना किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकती.
केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच अपने हाथ में लेने के बारे में बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हम पूरी तरह से हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे और हम CBI के साथ सहयोग कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘पुलिस ने पहले ही 34 लोगों को तलब किया था और सूची में और भी लोग थे, लेकिन हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप किया और मामले को सीबीआई को सौंप दिया.