चिन्नास्वामी भगदड़ मामले में ट्विस्ट… हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले KSCA के दो अधिकारियों का इस्तीफा

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने PBKS (पंजाब किंग्स) को 6 रनों से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन का खिताब जीत लिया था. खिताबी जीत के अगले दिन यानी 4 जून (बुधवरा) को RCB की व‍िक्ट्री परेड बेंगलुरु में आयोजित हुई थी. लेकिन इस दौरान एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर अप्रिय घटना हुई और भगदड़ में 11 फैन्स की मौत हो गई.

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KSCA के दो अधिकारियों का इस्तीफा

इस हादसे के बाद RCB, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. FIR दर्ज होने के बाद KSCA और RCB ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था. दूसरी ओर कर्नाटक हाईकोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी किया था और पूरे स्थिति की रिपोर्ट मांगी थी. हाईकोर्ट मामले में अगली सुनवाई 10 जून को करेगा. अब इस मामले में नया ट्विस्ट आते दिख रहा है. कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने अपने इस्तीफे की घोषणा की है. दोनों ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद छोड़ा है.

बयान में कहा गया, ‘यह सूचित करना चाहते हैं कि बीते दो दिनों में जो अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं, उसमें हमारी भूमिका बेहद सीमित थी. लेकिन नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए, हमने कल रात (06.06.2025) को अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे का पत्र हमने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष को सौंप दिया है.’

भगदड़ मामले में आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले समेत चार लोगों को कर्नाटक पुलिस ने अरेस्ट किया था. सोसले के अलावा, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सुनील मैथ्यू, सुमंत और किरण कुमार की भी गिरफ्तारी हुई थी. सोसाले ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया था. सोसाले ने अदालत से अपील की थी कि उनकी गिरफ्तारी मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है और यह एक राजनीतिक दबाव का नतीजा है.

KSCA और RCB ने क्या कहा था?

KSCA ने खुद को पूरी तरह कार्यक्रम से अलग कर लिया था. संघ ने एक बयान में कहा कि विजेता आरसीबी टीम के सम्मान समारोह का फैसला राज्य सरकार ने लिया था और यह कार्यक्रम विधान सौध में आयोजित किया गया था. KSCA के मुताबिक न तो उन्होंने इस समारोह की योजना बनाई, न उसका आयोजन किया, और न ही कोई प्रशासनिक भूमिका निभाई. संघ ने सरकार, RCB फ्रेंचाइजी और इवेंट ऑर्गनाइजर्स को इस कुप्रबंधन के लिए ज‍िम्मेदार ठहराया.

वहीं रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इस मामले में कहा था कि उसकी ओर से कानून का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. फ्रेंचाइजी सूत्र ने इस पूरे मामले में कहा था- हम इस समय कानूनी मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन सरकार और अदालत की हर प्रक्रिया में पूरा सहयोग देंगे.

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