अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात पाचोरी गांव से दो देसी पिस्टल लेकर लौट रहे महाराष्ट्र के दो तस्करों को खकनार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तस्करों की पहचान विशाल वावरे 25 वर्ष और भावेश बौद्ध 38 वर्ष निवासी सोनाजी नगर थाना सोनाला महाराष्ट्र के रूप में की गई है। पुलिस ने उन्हें मुखबिर की सूचना पर पांगरी मार्ग स्थित माता नदी के पास से गिरफ्तार किया है।तस्कर जिस बाइक से आए थे, उसे भी जब्त किया गया है। थाना प्रभारी अभिषेक जाधव ने बताया कि दस अगस्त की शाम यह कार्रवाई की गई थी। आरोपितों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनसे हथियार देने वाले सिकलीगर और महाराष्ट्र में इनके खरीददारों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने अवैध हथियारों के निर्माण और तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही सिकलीगरों को अवैध हथियारों का व्यवसाय छोड़ कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
विशाल पर दर्ज हैं पांच मामले
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित विशाल का पुराना आपराधिक रिकार्ड है। उसके खिलाफ महाराष्ट्र के बुलढाणा, जलगांव और अमरावती में चोरी, नकबजनी, दुष्कर्म आदि के पांच केस पहले से दर्ज हैं। संभवत: फिर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए उसने पिस्टलें खरीदी थीं। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अभिषेक जाधव के अलावा एएसआई तारक अली, प्रधान आरक्षक अमित अवस्थी, मेलसिंह सोलंकी, सतीष सुर्यवंशी, अजय अजनारे, आरक्षक मंगल पालवी, जितेन्द्र चौहान की सराहनीय भूमिका रही है।
डेढ़ साल में 126 पिस्टल पकड़ी
खकनार क्षेत्र के पाचोरी गांव में अवैध रूप से पिस्टल निर्माण और उन्हें देश के अन्य राज्यों में सप्लाई करने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रही है। इसका प्रमाण लगातार पुलिस द्वारा पकड़ी जा रही पिस्टलें हैं। खकनार पुलिस ने बीते डेढ़ साल में आर्म्स एक्ट के 17 प्रकरण दर्ज किए हैं। इनमें 126 देसी पिस्टल बरामद की गई हैं और 43 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में 16 सिकलीगर, मप्र के आठ आरोपित और अन्य राज्यों के 19 आरोपित शामिल थे। सूत्रों की मानें तो ऐसी कई खेपें पुलिस की आंख में धूल झोंक कर दूसरे राज्यों तक पहुंचाई जा चुकी हैं