सीधी : सोन नदी का किनारा सोमवार सुबह चीखों से गूंज उठा, जब एक ही परिवार के दो बेटों ने नदी की गहराइयों में दम तोड़ दिया.आंखों के सामने अपने दोनों भाइयों को डूबते देख न बचा पाने की बेबसी के साथ तीसरे भाई दीपक द्विवेदी की आंखें सूनी थीं… “मैं बस देखता रहा, कुछ नहीं कर सका… मुझे तैरना नहीं आता था,” ये शब्द वह बार-बार दोहरा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार यह सभी पड़ोसी थे जहां रिश्ते में यह चचेरे और मौसीरे भाई लगते थे.
घटना रामपुर नैकिन थाना अंतर्गत भंवरसेन स्थित सोन नदी की है। जहां कुशमहर गांव से तीन दोस्त जो कि आपस में भाई भी थे आज सोमवार के दिन सुबह 10:00 घर से निकले थे दोपहर 12 बजे के आसपास वह सभी नहा रहे थे, इस दौरान यह हादसा हुआ है.विजय अग्निहोत्री, अमित पांडे और दीपक द्विवेदी नहाने पहुंचे थे। गर्मी के इस मौसम में नदी की ठंडक का आनंद लेने आए युवक शायद ये भूल गए थे कि यह जगह पहले भी कई जिंदगियों को निगल चुकी है.
नहाते-नहाते तीनों युवक अचानक गहराई में चले गए. दीपक किसी तरह किनारे तक पहुंचने में सफल रहा, लेकिन उसके दोनों साथी नदी की धारा में समा गए. कांपती आवाज़ में दीपक ने बताया, “हममें से किसी को तैरना नहीं आता था… मैंने पापा को फोन किया है… बस अब सब खत्म हो गया.”
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची.स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू में लगाया गया, लेकिन 2 घंटे में केवल एक युवक के सब को बरामद किया जा चुका है और दूसरे की तलाश की जा रही है.चौकी प्रभारी खड्डी नीरज साकेत ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है.