रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा में आंसर शीट से नकल करते पकड़े दो परीक्षार्थी, पेपर लीक की आशंका से हड़कंप

ग्वालियर। रेलवे भर्ती बोर्ड प्रयागराज की ओर से आयोजित आरपीएफ आरक्षक भर्ती परीक्षा में ग्वालियर में दो परीक्षार्थियों को आंसर शीट के साथ नकल करते हुए पर्यवेक्षकों ने पकड़ लिया। दोनों ही परीक्षार्थी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

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ग्वालियर के बिजौली के चितौरा रोड स्थित आइडीजेड डिजिटल जोन को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, यहां दोनों अपनी टेबल पर बैठकर आंसर शीट से जवाब देखकर प्रश्नपत्र हल कर रहे थे, तभी इन्हें पकड़ लिया गया।

टीसीएस कंपनी के नेटवर्क एडमिन ने दी आंसर शीट

चौंकाने वाली बात यह है कि भर्ती कराने की जिम्मेदारी टीसीएस कंपनी पर है और कंपनी के ही नेटवर्क एडमिन ने आंसर शीट दी थी। इसका सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला है। नेटवर्क एडमिन द्वारा पेपर लीक करने के बाद आंसर शीट तैयार करने की भी आशंका जताई जा रही है।

हालांकि इसकी पुष्टि के लिए आंसर शीट में दिए गए जवाब और प्रश्नपत्र में आए प्रश्नों के जवाब मिल रहे हैं या नहीं? अभी इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। फिलहाल पर्यवेक्षकों ने पेपर लीक होने की आशंका से इन्कार किया है, लेकिन रेलवे बोर्ड और पुलिस इसकी जांच करेगी। नेटवर्क एडमिन और दोनों परीक्षार्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दोनों आरोपी आंसर शीट से दे रहे थे परीक्षा

उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित कागारौल इलाके का रहने वाला विष्णु पुत्र रणवीर सिंह और अनेला सैया का रहने वाला आकाश पुत्र शिवकुमार कटारा रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित आरपीएफ आरक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा देने ग्वालियर आए थे।

ग्वालियर के चितौरा रोड स्थित आइडीजेड संस्थान में उनका परीक्षा केंद्र है। दोनों की परीक्षा द्वितीय पाली में दोपहर 12.30 से दो बजे के बीच थी।

विष्णु सिंह कक्ष संख्या- तीन में टेबल नंबर सी-168 और आकाश कटारा कक्ष संख्या- चार में टेबल नंबर सी-068 पर बैठा था। दोनों यहीं यह प्रश्नपत्र हल कर रहे थे।

दोपहर करीब 1.40 बजे पर्यवेक्षक आरके वर्मा और अन्य साथी पर्यवेक्षकों द्वारा भ्रमण किया जा रहा था। इसी दौरान विष्णु और आकाश आंसर शीट से प्रश्नों के जवाब देखकर ऑनलाइन प्रश्न पत्र हल करते नजर आए।

नेटवर्क एडमिन सहित पकड़े तीनों आरोपी

टीसीएस के परीक्षा केंद्र प्रभारी प्रणव सक्सेना ने सीसीटीवी कैमरे देखे, तो इसमें नेटवर्क एडमिन मुरार के बैंक कालोनी निवासी नरेंद्र राठौर इन्हें आंसर शीट देता नजर आया।

उसने सर्वर रूम में भी प्रवेश किया था, जहां बगैर प्रभारी की अनुमति के प्रवेश नहीं किया जा सकता। इसके बाद तीनों को पकड़ा गया और पुलिस को सूचना दी गई।

बिजौली पुलिस ने पर्यवेक्षक आरके वर्मा की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने तीनों आरोपितों को दो दिन की रिमांड भेज दिया है।

आंसर शीट हूबहू निकली तो पेपर लीक

आंसर शीट अगर हूबहू निकलती है, तो इसमें पेपर लीक होने की आशंका की पुष्टि हो जाएगी। मिलान के बाद ही इसका राजफाश हो सकेगा। रेलवे भर्ती बोर्ड की मदद से इसकी जांच पुलिस कराएगी।

दो लाख रुपये में हुआ आंसर शीट का सौदा

पुलिस की प्रारंभिक जांच में इस मामले में एक दलाल का भी नाम सामने आया है, जिसने इन दोनों परीक्षार्थियों को नेटवर्क एडमिन से मिलवाया था। आंसर शीट का सौदा दो लाख रुपये में होने की बात सामने आई है। अब इससे जुड़े और भी लोगों की तलाश पुलिस कर रही है।

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