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दो मूक बधिर दोस्तों ने तीसरे का किया कत्ल, सूटकेस में पैक की लाश, फिर…

मुंबई के दादर स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ के एक कॉन्स्टेबल को एक शख्स पर शक हुआ. वह मूक-बधिर था और उसके पास एक भारी-भरकम सूटकेस था. कॉन्स्टेबल ने सूटकेस की जांच के लिए उसे खुलवाया. सूटकेस खुलते ही जो चीज निकली उसे देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए.

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सूटकेस की तलाशी में अंदर एक आदमी का शव मिला. इसके बाद आरपीएफ ने उसे कस्टडी में ले लिया. जांच में पता चला कि मृतक आरोपी का साथी था. आरोपी ने अपने एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए जा रहे थे. दोस्त की बॉडी को उसने एक सूटकेस में भर लिया था. वह दादर से तुतारी ट्रेन पकड़ कर भागने की कोशिश कर रहा था. तभी आरपीएफ ने दोनों को धर दबोचा.

सूटकेस से निकला शव
सूटकेस ले जा रहे शख्स की पहचान जय चावड़ा के रूप में की गई. वहीं सूटकेस में जिस शख्स की लाश थी, उसकी पहचान अरशद अली शेख के रूप में की गई है. दोनों ही मूक-बधिर हैं और एक दूसरे के दोस्त भी थे. वहीं जय चावड़ा का साथी और मुख्य आरोपी सुरजीत सिंह को भी पुलिस ने अरशद अली की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है.

हथौड़े से मारकर की हत्या
मुंबई में रहने वाले सुरजीत सिंह और जय चावड़ा ने अपने दोस्त अरशद अली शेख के सिर पर हथौड़े से वारकर उसकी हत्या कर दी. तीनों लोग मूक और बधिर (डीफ एंड डम्ब) थे और पुराने दोस्त थे. सुरजीत सिंह और जय चावड़ा ने 5 अगस्त यानी रविवार को अरशद अली शेख को जय चावड़ा के घर पर बुलाया. तीनों ने मिलकर शराब पी और अचानक तीनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया. इसके बाद जय चावड़ा और सुरजीत सिंह ने अरशद अली की हत्या कर दी.

तीनों मूक बधिर थे दोस्त
वहीं अरशद अली शेख के घरवालों का कहना है कि दुबई में बैठे किसी व्यक्ति ने अरशद अली की सुपारी दी थी. उसके कहने पर ही हत्या की गई है. हालांकि, कत्ल की असली वजह क्या है. इसकी जांच पुलिस कर रही है. पुलिस का कहना है कि जो आरोपी है. वह अपना बयान बार-बार बदल रहा है. इस वजह से कत्ल की असली वजह जानने में पुलिस को दिक्कत हो रही है.

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