जबलपुर दुर्गा पंडाल में करंट से दो मासूमों की दर्दनाक मौत – सुरक्षा पर उठे बड़े सवाल!

मध्य प्रदेश : जबलपुर जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां बरगी हिल्स क्षेत्र के सार्वजनिक दुर्गाउत्सव समिति रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना के दुर्गा पंडाल में करंट लगने से दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब बुधवार शाम आरती के दौरान 8 वर्षीय आयुष झारिया और 10 वर्षीय वेद श्रीवास पंडाल में पहुंचे थे। जैसे ही वे बिजली की झालरों के संपर्क में आए, तेज करंट ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। करंट लगते ही बच्चे जमीन पर गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
इस हादसे के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है.श्रद्धालुओं और परिजनों के बीच चीख-पुकार मच गई. बताया जा रहा है कि पंडाल में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी.बिजली की वायरिंग और झालरों की फिटिंग में लापरवाही बरती गई, जिसके चलते यह दर्दनाक घटना घटी.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची.सीएसपी आशीष जैन ने बताया कि प्रथम दृष्टया समिति और लाइट ठेकेदार की गंभीर लापरवाही सामने आई है.सड़क पर झालर लगाने के लिए अनुमति भी नहीं ली गई थी। पुलिस ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि त्योहारों के दौरान पंडालों में अक्सर बिजली की असुरक्षित वायरिंग कर दी जाती है, जो बड़े हादसों को जन्म देती है। इस बार भी लापरवाही की कीमत दो मासूम बच्चों की जान ने चुकाई.
हादसे ने पूरे शहर को झकझोर दिया है.प्रशासन अब मामले की जांच कर रहा है, वहीं शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देने लोगों की भीड़ उनके घरों के बाहर उमड़ रही है। यह घटना त्योहारों में सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक और जिम्मेदारों की लापरवाही का उदाहरण बनकर सामने आई है.
अपनों को बचाने में लगे बड़े-बड़े लोगों के हाथ,
सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समिति रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना समिति में राजनेताओं के साथ सरकारी अधिकारी भी शामिल है समिति के अध्यक्ष से लेकर कोषाअध्यक्ष, संरक्षक, कार्यकारी अध्यक्ष सहित सब अपने अपने स्थल पर अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं लेकिन देखना यह होगा कि इन मासूमों को न्याय मिलता है कि नहीं.
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