कानपुर यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा कर रहे दो नेशनल खिलाड़ी आर्थिक तंगी में इस कदर फंसे कि उन्हें फ्लैट का किराया और बिजली बिल भरने के लिए लूट जैसा अपराध करना पड़ा. आरोपी उत्कर्ष हॉकी और श्रेयांश सिंह हैंडबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं. दोनों ने अपने साथी दिनेश यादव और एक अन्य के साथ मिलकर दिल्ली से लौटे व्यापारी को लूट लिया.
11 जुलाई को व्यापारी संकेत त्रिपाठी दिल्ली से अपना सामान लेकर रावतपुर स्टेशन पहुंचे. बाहर निकलते ही उन्हें एक वैगनआर गाड़ी दिखाई दी, जिसमें तीन लोग बैठे थे और एक बाहर खड़ा था. उन्होंने व्यापारी से कहा कि हम भी शिवली जा रहे हैं, चलिए साथ चलिए. भरोसा कर व्यापारी गाड़ी में बैठ गया.
आर्थिक तंगी के चलते खिलाड़ी बने लुटेरे
गाड़ी कल्याणपुर के सुनसान रास्ते पर पहुंची, जहां चारों ने मिलकर व्यापारी से मारपीट की और उसका पैसा, सामान छीन लिया. इसके बाद उसे कार से उतारकर वहीं छोड़ दिया. आरोपियों ने व्यापारी के मोबाइल से ₹15000 भी अपने अकाउंट में यूपीआई के जरिए ट्रांसफर करवा लिए.
व्यापारी ने रावतपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने सर्विलांस और CCTV फुटेज की मदद से जांच शुरू की और रविवार को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला कि दिनेश यादव पहले से कई मामलों में आरोपी है. उसने ही इस लूट की पूरी योजना बनाई थी.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपी युवकों ने कुबूल किया कि उनके पास फ्लैट का किराया और बिजली का बिल भरने तक के पैसे नहीं थे. ADCP कपिल देव सिंह ने बताया कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.