अवैध रूप से कोयला निकालने गए, मिट्टी धंसने से दो की मौत: 5 दिन बाद बदबू आने पर नदी किनारे पहुंचे परिजन, टिफिन और चप्पल से हुई पहचान..

छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में मिट्टी धंसने से 2 लोगों की मौत हो गई। 2 ग्रामीण कोयला खदान में अवैध तरीके से खनन करने गए थे। दोनों ही 25 मार्च से लापता थे। परिजनों को इसकी जानकारी भी नहीं थी।

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जानकारी के मुताबिक, मनेंद्रगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत घुटरा में स्थित धुनेटी नदी के किनारे अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है। यह कोयला आसपास के ईंट भट्ठों में खपाया जाता है। कोयला निकालने के लिए तस्कर ग्रामीणों को पैसे देते हैं और अवैध कोयला उत्खनन कराया जाता है।

बदबू आने पर पता चला, 2 ग्रामीण दबे

ग्राम पंचायत घुटरा के अगरियापारा, ठाठपानी के 2 ग्रामीण इंद्रपाल अगरिया (50 साल) और राजेश अगरिया (35 साल) बाकी ग्रामीणों के साथ कोयला निकालने गए थे। 25 मार्च, मंगलवार शाम को वे धुनेटी नदी के किनारे पहुंचे थे।

दोनों एक अवैध खदान के अंदर घुसकर कोयला निकाल रहे थे। इस दौरान ऊपर की मिट्टी का टीला धंस गया और दोनों ग्रामीण अंदर दब गए। मौके पर मौजूद अन्य ग्रामीण भाग निकले।

चौथे दिन परिजनों ने की खोजबीन

दोनों ग्रामीण पहले भी कोयला निकालने जाते थे और भट्ठे में काम करते थे। इस कारण परिजनों ने भी उनकी खोजबीन नहीं की। शनिवार को जब राजेश अगरिया का मोबाइल बंद मिला तो परिजनों ने उनकी तलाश की। जब परिजन रात को खोजते हुए धुनेटी नदी के किनारे पहुंचे तो उन्हें बदबू आई।

बाहर पड़े चप्पल और टिफिन से पहचान

रविवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण और मनेंद्रगढ़ थाने की टीम मौके पर पहुंची। दबे ग्रामीणों का चप्पल और टिफिन बाहर मिला, जिससे परिजनों ने दोनों की पहचान की। परिजनों के अनुसार दोनों को मंगलवार शाम भाजपा नेता मनीष राय अपने साथ ले गया था। इसके बाद दोनों वापस नहीं लौटे।

करीब 4-5 घंटे के बाद निकाले गए शव

ग्रामीणों ने रविवार सुबह मिट्टी के टीले को हटाने का काम शुरू किया। पुलिस ने इसके लिए ग्रामीणों को काम में लगाया। कई टन मिट्टी पड़े होने के कारण मिट्टी हटाने के लिए पुलिस ने जेसीबी मशीनें भी बुलाई। करीब 4-5 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शवों को निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि, दोनों शव सड़ने की हालत में आ गए थे।

सालों से हो रहा कोयला का अवैध उत्खनन

ग्रामीणों ने बताया कि धुनेटी नदी के किनारे बड़ी मात्रा में कोयले का भंडार है। यहां करीब 25 सालों से अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है। ग्रामीण बड़ी संख्या में यहां कोयला निकालने पहुंचते हैं। मौके पर कई सुरंग बने हुए हैं। रविवार को जब पुलिस पहुंची तब भी मौके पर बोरियां और कोयले के ढेर मिले।

करीब 2 माह पूर्व कोतवाली थाना प्रभारी ने भी MCB एसपी, वनविभाग और खनिज विभाग को पत्र लिखकर धुनेटी नदी के किनारे कोयले के अवैध उत्खनन की जानकारी दी थी। शनिवार को खनिज विभाग के अधिकारियों ने धुनेटी नदी के किनारे अवैध खदानों का निरीक्षण भी किया था।

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