केदारनाथ में मध्य प्रदेश की एक महिला तीर्थयात्री से छेड़छाड़ के आरोप में दो पुलिस उपनिरीक्षकों (एसआई) को निलंबित कर दिया गया है. रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक (एसपी) विशाखा अशोक भदाने ने न्यूज एजेंसी को बताया कि जांच समिति की सिफारिश के आधार पर एसआई कुलदीप नेगी और केदारनाथ स्टेशन हाउस ऑफिसर मंजुल रावत को निलंबित कर दिया गया है. मामला एक साल पहले का है.
पीड़ित महिला अपने आठ दोस्तों के साथ मई 2023 में केदारनाथ दर्शन करने उत्तराखंड आई थी. केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद उसके दोस्त हेलीकॉप्टर से लौट आए. हालांकि, हेलीकॉप्टर में जगह नहीं होने के कारण महिला पीछे रह गई. जब वह वापस जाने के लिए अगली उड़ान का इंतजार कर रही थी, तभी मौसम खराब हो गया और हेलीकॉप्टर सेवा को दिन भर के लिए निलंबित करना पड़ा.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
चूंकि, मंदिर में ठहरने की उचित व्यवस्था नहीं थी, इसलिए उसने स्टेशन हाउस ऑफिसर मंजुल रावत से मदद मांगी. इसी दौरान पुलिस कैंप में रुकी महिला के साथ मंजुल रावत और कुलदीप नेगी ने छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया था.
एसपी ने इस संबंध में महिला की शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि पीड़िता ने उसे रात के लिए पुलिस कैंप में रुकने के लिए कहा और कहा कि उसकी सुरक्षा के लिए वहां एक महिला कांस्टेबल तैनात की जाए. हालांकि, वादे के मुताबिक केदारनाथ में पुलिस कैंप में कोई महिला कांस्टेबल नहीं भेजी गई. इसके बजाय सब-इंस्पेक्टर नेगी शराब के नशे में कैंप में आया और उसके साथ छेड़छाड़ की.
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि वह अगली सुबह इंदौर लौटी और व्हाट्सएप पर रुद्रप्रयाग एसपी को शिकायत दर्ज कराई. एसपी ने मामले की जांच के लिए गुप्तकाशी सर्कल अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की. हालांकि, जांच में ज्यादा प्रगति नहीं हुई. इसके बाद महिला ने अक्टूबर, 2023 में सीएम हेल्पलाइन उत्तराखंड पर शिकायत दर्ज कराई.
जिसपर देहरादून के एसपी (शहर) प्रमोद कुमार को खुद मामले की जांच करने के लिए कहा गया. उन्होंने हाल ही में प्रशासन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें दोनों पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया गया. जिसके बाद 28 जून को सोनप्रयाग कोतवाली में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और अब दोनों को निलंबित कर दिया गया.