जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को प्रतिबंधित करने की मांग करने वाले आपत्तिजनक पोस्टर लगाने का मामला सामने आया है।
आपत्तिजनक पोस्टर लगाने पर दो नेता गिरफ्तार
विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने कांग्रेस के छात्र संगठन- एएनएसयूआइ के चार नेताओं पर आपत्तिजनक पोस्टर लगाने का मामला दर्ज करके दो नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें छुड़वाने के लिए जबलपुर से कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया भीड़ के साथ पहुंच गए।
देररात तक नारेबाजी करते रहे कांग्रेस नेता
सभी देररात तक नारेबाजी करते हुए थाने पर धरना देकर बैठ गए। रात को तीन बजे तक चले हंगामा के बाद पुलिस ने दोनों गिरफ्तार एनएसयूआइ नेताओं को छोड़ दिया। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एनएसयूआइ की ओर से आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर पोस्टर अभियान चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में कुछ पोस्टर विश्वविद्यालय परिसर में लगाए थे, जिसकी शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन ने सिविल लाइंस थाने में की थी। पुलिस को कुछ सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी दिए गए।
इन फटेज के आधार पर पुलिस ने एनएसयूआइ के नेता अमित मिश्रा, नीलेश माहर, अनुज यादव और मोहम्मद अली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए शनिवार की देर रात को उनके घरों में छापा मारा था। अमित और नीलेश को गिरफ्तार कर लिया गया था।
फिर गिरफ्तार किया, कोर्ट से जमानत मिली
जबलपुर सिविल लाइंस पुलिस को एनएसयूआइ के दोनों नेताओं की गिरफ्तारी पर हंगामे की आशंका थी, इसलिए दोनों को अलग-अलग थानों में ले जाया गया।
शनिवार को तड़के दबाव में छोड़ा तो गया लेकिन एक नेता अमित मिश्रा को रविवार को सुबह फिर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और सीधे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। न्यायालय ने आरोपित को जमानत दे दी।