सक्ती में जहरीली शराब से दो युवकों की मौत

सक्ती जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र के करही गांव में सोमवार को दो युवकों की मौत हो गई। मनोज कश्यप और सूरज यादव ने शराब पी और कुछ ही देर में दोनों बेहोश हो गए। परिजनों ने उन्हें फौरन सारंगढ़ के अस्पताल पहुंचाया, लेकिन आधे घंटे के भीतर दोनों ने दम तोड़ दिया। प्राथमिक जांच में जहरीली शराब पीने की आशंका जताई जा रही है।

सारंगढ़ पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर शवों का पंचनामा बनाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। जीरो में मर्ग कायम कर केस की डायरी बिर्रा थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई है। पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। पुलिस ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवकों ने शराब कहां से खरीदी थी।

यह घटना छत्तीसगढ़ में जहरीली शराब से होने वाली मौतों की लंबी श्रृंखला में एक और मामला है। पिछले वर्ष बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र में जहरीली महुआ शराब पीने से सरपंच के भाई समेत सात लोगों की मौत हुई थी। जांजगीर-चांपा में भी दो युवकों ने शराब पीने के बाद अपनी जान गंवाई थी। कोरबा जिले में एक साल पहले तीन लोगों की शराब पीने के बाद मौत हुई थी।

जांजगीर-चांपा में शिवा बंजारे और रूपेश सांडे ने शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ने पर परिजनों की मदद से सीएचसी अस्पताल बलौदा पहुंचे, जहां दोनों की मौत हो गई। वहीं कोरबा के कोटमेर गांव में मालती बाई, राम सिंह और वेदराम की महुआ शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ गई और तीनों की अलग-अलग समय पर मौत हो गई।

सक्ती में हुई इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चेतावनी का काम किया है। ऐसे मामलों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि अवैध और जहरीली शराब से गंभीर स्वास्थ्य जोखिम होता है और समय पर चिकित्सीय मदद लेना अत्यंत आवश्यक है। अधिकारियों ने इस घटना के बाद शराब की बिक्री और वितरण पर कड़ी नजर रखने की बात कही है।

शराब से संबंधित मौतें लगातार बढ़ रही हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की समस्या गंभीर होती जा रही है। प्रशासन ने परिजनों और ग्रामीणों को सतर्क रहने और अवैध शराब से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।

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