उदयपुर : जिले के सायरा थाना क्षेत्र के रावछ गांव में एक पति द्वारा अपनी ही पत्नी की बेरहमी से हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोपी ने पकड़े जाने के डर से अज्ञात व्यक्तियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए एक झूठी कहानी गढ़ी, लेकिन पुलिस की गहन जांच और पूछताछ में उसका झूठ बेनकाब हो गया। पुलिस ने आरोपी पति विसाराम को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना का विवरण
पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि 5 सितंबर 2025 की रात को एमबी हॉस्पिटल, उदयपुर से सूचना मिली कि रावछ गांव की एक महिला मेथी बाई (45), जिसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में भर्ती कराया गया था, की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है. उसके गले पर गहरे घाव के निशान थे.
मृतका के पति, विसाराम (60), ने पुलिस को बताया कि पिछली रात करीब 10 बजे दो अज्ञात नकाबपोश व्यक्ति उनके घर में घुसे और उन्होंने उसकी पत्नी के साथ मारपीट की. विसाराम के अनुसार, हमलावरों ने दीवार पर लगा शीशा तोड़कर उसकी पत्नी के गले पर वार किया और उसके चिल्लाने पर भाग गए. वह अपनी पत्नी को इलाज के लिए पहले पदराडा अस्पताल और फिर उदयपुर ले गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
पुलिस की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाडा के सुपरविजन में वृताधिकारी गिर्वा सूर्यवीर सिंह राठौड और थानाधिकारी गोगुन्दा श्याम सिंह ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की.पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया और आस-पास के लोगों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतका मेथी बाई और उसका पति विसाराम ही घर में रहते थे. पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि विसाराम आदतन शराबी था और अक्सर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था.
पुलिस टीम ने साक्ष्य और परिस्थितियों के आधार पर विसाराम से गहनता से पूछताछ की. शुरुआत में वह अपनी झूठी कहानी पर अड़ा रहा, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया. विसाराम ने बताया कि 4 सितंबर की रात वह शराब पीकर घर लौटा.
इस बात पर उसकी पत्नी से उसका झगड़ा हो गया. गुस्से में आकर उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की और फिर दीवार पर लगे शीशे को तोड़कर उसके कांच से अपनी पत्नी के गले पर दो-तीन वार किए. पत्नी के चिल्लाने पर वह घबरा गया और पकड़े जाने के डर से अज्ञात हमलावरों की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की.
पुलिस ने आरोपी विसाराम को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है. इस मामले की जांच में थाना सायरा के किशोर सिंह शक्तावत और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.